जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में स्थित विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का दौरा किया। इस दौरान वे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को देखकर काफी प्रभावित हुए और कहा कि उन्होंने नहीं सोचा था कि यह प्रतिमा इतनी भव्य और शानदार होगी। अब्दुल्ला बुधवार शाम गुजरात पहुंचे थे और गुरुवार सुबह उन्होंने साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़ लगाकर दिन की शुरुआत की, जो गुजरात मॉडल का एक प्रमुख प्रतीक है।
सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और सरदार सरोवर बांध पर जाकर उमर अब्दुल्ला ने सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा सरदार साहब के देश के प्रति योगदान की सच्ची श्रद्धांजलि है। गुजरात दौरे पर अब्दुल्ला ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से भी मुलाकात की। उनकी यात्रा का मकसद गुजराती लोगों का विश्वास फिर से जीतना है, ताकि वे जम्मू-कश्मीर की ओर फिर से पर्यटन और व्यापार के लिए रुख करें। अपने स्वागत से वे काफी संतुष्ट नजर आए।
केवड़िया पहुंचने पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और एसओयू के सीईओ अमित अरोड़ा, कलेक्टर एस.के. मोदी और उप वन संरक्षक अग्निश्वर व्यास ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का औपचारिक स्वागत किया। उमर अब्दुल्ला ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का गहराई से अवलोकन किया और नीचे स्थित संग्रहालय का दौरा किया। इसके साथ ही उन्होंने मां नर्मदा की प्राकृतिक सुंदरता, विशाल सरदार सरोवर बांध और गुजरात की विकास यात्रा की सराहना की।
अब्दुल्ला ने बताया गर्व का क्षण
अब्दुल्ला ने कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है कि उन्हें देश की इस ऐतिहासिक धरोहर को देखने का मौका मिला। उन्होंने सरदार पटेल के एकीकरण के दृष्टिकोण को युवाओं के लिए प्रेरणादायी बताया और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ वॉल पर खड़े होकर फोटो भी खिंचवाई। उनके साथ जम्मू-कश्मीर का एक प्रतिनिधिमंडल भी दौरे पर था, जो इस सांस्कृतिक यात्रा का हिस्सा बना।
अपने दौरे के दौरान उमर अब्दुल्ला ने आम पर्यटकों और स्कूली बच्चों से भी बातचीत की। उन्होंने राजस्थान के चुरू जिले से आए विजयभाई बोथरा और उनके परिवार से मुलाकात कर अनुभव साझा किए और साथ में फोटो भी खिंचवाए। अब्दुल्ला की यह यात्रा पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार हुई, और इसका मकसद जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों का भरोसा दोबारा जीतना है।





