हरियाणा के सिरसा जिले के गांव नटार में मंगलवार को उस समय हलचल मच गई जब स्थानीय कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया गांव का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने देखा कि गांव में नालियों की सफाई नहीं हुई है, जिससे बारिश का पानी जमा हो गया है और हालात बेहद खराब हैं।
विधायक ने मौके पर मौजूद लोगों से बातचीत की और कहा कि उन्होंने पहले भी अधिकारियों को साफ-सफाई सुधारने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने को कहा।
फोन पर गरमा गया मामला, बोले- “मैं तेरा गुलाम नहीं हूं”
जैसे ही विधायक ने हालात देखे, उन्होंने जिला परिषद के सीईओ डॉ. सुभाष चंद्र को फोन किया। लेकिन मामला तब तूल पकड़ गया जब बातचीत के दौरान सीईओ ने कथित तौर पर कहा, “मैं तेरा गुलाम नहीं हूं।”
विधायक सेतिया इस बयान से भड़क उठे और नाराज होकर बोले कि वो खुद उनके दफ्तर जाकर जवाब लेंगे। जैसे ही यह खबर सीईओ को मिली, वे कार्यालय छोड़कर निकल गए। इसके बाद विधायक ने उनकी गाड़ी का पीछा भी किया, हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने पीछा करना छोड़ दिया और सीधे सिरसा के एडीसी कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत सौंपी।
विधायक बोले- अधिकारी जिम्मेदारियां निभाएं, मनमानी नहीं चलेगी
विधायक गोकुल सेतिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रशासन की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं और जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
सेतिया ने यह भी साफ किया कि वे इस मामले को हरियाणा विधानसभा में भी उठाएंगे, साथ ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार से मिलकर सीईओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
ग्रामीण बोले- हालात लंबे समय से खराब, अब सुधरने की उम्मीद
गांव नटार के स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव की हालत काफी समय से खराब है। नालियों की सफाई नहीं होती, जिससे जगह-जगह जलभराव हो जाता है। गांववाले कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
उन्होंने विधायक के दौरे को सकारात्मक कदम बताया और उम्मीद जताई कि अब हालात में सुधार होगा।





