MP News : मिट्टी धंसने से 4 बच्चों की मौत, 2 की हालत गंभीर, CM ने किया सहायता राशि का ऐलान

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में आज सोमवार (Monday) सुबह दुखद हादसा हो गया। यहां मिट्टी धंसने (Mudslide) से 4 बच्चों की मौत हो गई है, वही 2 गंभीर रुप से घायल हो गए, सूचना मिलते ही पुलिस (Police) और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और आनन फानन में दोनों बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दोनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने इस घटना पर दुख जताया है और सहायता राशि का ऐलान किया है।

मिली जानकारी के अनुसार, घटना सूखी सेवनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बरखेड़ी गांव की है। यहां आज सुबह 7 बच्चे मिट्टी की खुदाई कर रहे थे, इसी दौरान नाले की मिट्टी धसने से 6 बच्चे मौके पर मिट्टी में दब गए। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता 4 की मौत हो गई । सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बाकी 2 बच्चों को बाहर निकाला तो दोनों बच्चों की सांसे चल रही थी, आनन-फानन में उन्हें हमीदिया भर्ती करवाया गया , जहां उनका इलाज चल रहा है। दोनों बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है।घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इलाके में मातम पसर गया है।

वही घटना की सूचना मिलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि भोपाल के ग्राम बरखेड़ी में मिट्टी धँसने से हुई चार बच्चों की मृत्यु का समाचार अत्यंत ही दुःखद और हृदय विदारक है।मेरी संवेदनाएँ पीड़ित परिवारों के साथ हैं।मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और परिजनों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति दें। शिवराज ने मृतक बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा भी की है।

वही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने भी ट्वीट कर लिखा है कि भोपाल के सुखी सेवनिया में मिट्टी खदान में दबने से 4 बच्चों की मौत की बेहद दुखद व दर्दनाक ख़बर है।मैं सरकार से माँग करता हूँ कि इस ह्रदय विदारक घटना में घायल बच्चों के इलाज की समुचित व्यवस्था हो, पीड़ित परिवारो की हरसंभव मदद हो, घटना के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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