भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के बाद 9 मार्च से मध्य प्रदेश का मौसम (MP Weather Update) बदलने वाला है। मौसम विभाग (Weather Department) का पूर्वानुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने के बाद प्रदेशभर में बादल छाने और हल्की बारिश (Rain) के आसार बन रहे है।8 से 10 मार्च के बीच तापमान (Temperature) में गिरावट होते ही वातावरण में नमी आएगी और मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
वही मुरैना में आज देर शाम आसमान में बादल छाए और कई गांवों में आंधी चली। इतना ही नहीं कहीं बारिश तो कहीं ओले भी बरसे। इस अचानक हुई बारिश से सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है।पिछले चौबीस घंटों में सबसे अधिक तापमान खरगोन और दमोह में 39 डिग्री और सबसे कम तापमान रीवा और मंडला में 19 डिग्री रहा।
मौसम विभाग ( Weather Forecast) के अनुसार, 6 मार्च से हिमालय रीजन के पश्चिमी हिस्से में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) होने के कारण मौसम पर खासा असर हुआ है और अब मंगलवार 9 मार्च से एक और पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय में असर डालने की संभावना बनी हुई है। इसका असर भोपाल, इंदौर सहित निमाड़ अंचल में भी पड़ेगा।इसके चलते 11 व 12 मार्च को बादल छाने के साथ ही तेज हवा व बूंदाबांदी हो सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का पूर्वानुमान ( Weather Forecast) है कि 11-12 मार्च को जमशेदपुर के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। 10 मार्च को झारखंड में आंशिक बादल के साथ बिजली गरजने तथा वज्रपात की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश में भी अगले 4-5 दिनों तक तेज बारिश के साथ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 9 से 12 मार्च के बीच तूफान के साथ बर्फबारी (Snowfall) और बारिश (Rain and Hail) होने के आसार है।
मौसम विभाग की माने तो 11 से 13 मार्च 2021 तक उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh), छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा में हल्की बारिश हो सकती है। मार्च के दूसरे सप्ताह में जम्मू कश्मीर में बारिश की संभावना है। इस दौरान उत्तर पूर्वी राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में बारिश हो सकती है।सोमवार आठ मार्च को उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, कई जिलों के अलग-अलग स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)