भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variants) के बाद जीका वायरस (Zika virus) की दस्तक ने देश और राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जीका वायरस से सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता है। राज्य शासन (MP Government) द्वारा सभी जिलों को जीका वायरस से सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किये गये हैं।
मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि जीका वायरस के अलावा कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट खतरनाक है। यह एक बार फैलना शुरू हुआ तो कठिन स्थितियाँ निर्मित होंगी। राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। वर्तमान में पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या कम है। कोरोना संक्रमण की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा हो रही है। संपूर्ण प्रदेश में बड़े पैमाने पर टेस्टिंग जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना का वायरस अपना रूप बदलता है। अत: अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता है। मास्क की अनिवार्यता, दो गज की दूरी का पालन और कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करने के लिए निरंतर आग्रह किया जा रहा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ भी प्रदेश में सक्रिय हैं और जनता से निरंतर संवाद में हैं।
वही स्वास्थ्य संचालनालय में उप संचालक डॉ. हिमांशु जायसवार ने सभी जिलों को पत्र लिख जीका के खतरे से आगाह किया है और कहा है कि जीका का संदिग्ध मरीज मिलने पर जांच कराने में देरी नहीं करें। इसके साथ ही ऐसे मरीजों को आइसोलेशन में रहने की सलाह दें। केरल से आने वाले लोगों को लक्षण दिखते हैं तो विशेष निगरानी करें। सभी CMHO को जिम्मेदारी दी गई कि वह जिले के सभी निजी अस्पतालों को भी जीका को लेकर सतर्क करें।
बता दे कि जीका वायरस मच्छर से होता है, जो एडीज एजिप्टी नामक मच्छर की एक संक्रमित एडीज प्रजाति के काटने से फैलता है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। संक्रमण माइक्रोसेफली या जन्मजात जीका सिंड्रोम नामक अन्य स्थितियों का कारण बन सकता है। वर्तमान में केरल में जीका वायरस के मरीज मिलें हैं, जिसके बाद राज्य सरकारें (State Government) अलर्ट हो गई है।