भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। चौथी पारी में सत्ता में आई शिवराज सरकार (Shivraj Government) लगातार एक्शन मोड में काम कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) द्वारा हर विभाग और वर्ग को लेकर आए दिन बड़े फैसले लिए जा रहे है।अब सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने की लिए महत्वपूर्व निर्णय लिया है, जिसके तहत पर्यटन (Tourism) के लिए लीज पर ली गई सरकारी जमीन पर अब लोन मिल सकेगा।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि मंत्रालय में पर्यटन कैबिनेट की बैठक (MP Tourism Cabinet) में पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में लीज पर दी जाने वाली शासकीय भूमि (Government Land) पर बैंकों (Bank) से ऋण लेने की पात्रता संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में पर्यटन का तेज गति से विकास कर न सिर्फ इसे भारत (India) में पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है, बल्कि इसके माध्यम से रोजगार (Employment) के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने हैं। प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है तथा प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग डेढ़ गुना हो गई है।मध्यप्रदेश में धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। देश में बुद्धिस्ट सर्किट, रामायण सर्किट, तीर्थंकर सर्किट आदि विकसित किए जा रहे हैं। ओमकारेश्वर (Omkareshwar) कथा अमरकंटक का विकास किया जा रहा है। सालरिया गो अभयारण्य जैसे स्थानों पर ध्यान एवं आयुष चिकित्सा के अंतर्गत पंचकर्म आदि पर केंद्रित पर्यटन केंद्र प्रारंभ किए जा सकते हैं।
प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में मध्य प्रदेश का भारत में सातवां स्थान है। वर्ष 2017 के बाद प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश में कुल 5 करोड़ 88 लाख पर्यटक आए वहीं वर्ष 2019 में आठ करोड़ 90 लाख से अधिक पर्यटक मध्यप्रदेश में आए।
MP में चल रही इन फिल्मों की शूटिंग
मध्यप्रदेश की फिल्म पर्यटन नीति, जिसके तहत प्रदेश में फिल्म, टीवी सीरियल, वेब सीरीज आदि निर्माण के लिए ₹10 करोड़ तक का अनुदान दिया जाता है, काफी लोकप्रिय हो रही है। वर्तमान में प्रदेश में पांच फिल्मों की शूटिंग चल रही है। राजकुमार संतोषी, अनुपम खेर जैसे फिल्म निर्माता मध्यप्रदेश में फिल्म शूट कर रहे हैं। वर्ष 2020 21 में लगभग 45 फिल्मों, वेब सीरीज, टीवी सीरियल आदि की शूटिंग संभावित है।
इन शैलियों को भी बढ़ावा देगा पर्यटन
मध्यप्रदेश की कैंपिंग नीति 2018 तथा जल पर्यटन नीति 2017 के चलते यहां साहसिक एवं जल क्रीड़ा पर्यटन में काफी वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश में सभी सावधानियां बरतें हुए सीमित संख्या में ये गतिविधियां की जा सकती हैं।पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश में रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन चालू किया गया है, जिसके अंतर्गत ग्रामीण एवं जनजातीय पर्यटन, अनुभव आधारित पर्यटन, हस्तकला एवं हस्तशिल्प पर्यटन, स्वस्थ जीवन शैली पर्यटन आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के ‘वर्चुअल टूर’ विदेशों में लोकप्रिय
प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश के 20 वर्चुअल टूर तैयार किए गए हैं, जो कि गूगल आर्ट एंड कल्चर के माध्यम से विदेशों में अत्यधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में फिल्म एंड प्री वेडिंग शूटिंग (Film And Pre Wedding Shooting) तथा डेस्टिनेशन टूरिज्म पॉलिसी (Destination Tourism Policy) भी बनाई गई है।मध्यप्रदेश में वन एवं पर्यावरण आधारित पर्यटन के अंतर्गत वाइल्डलाइफ (Wildlife) सर्किट, इको सर्किट, बफर में सफर आदि पर कार्य किया जा रहा है। लोनली प्लैनेट संस्था द्वारा मध्य प्रदेश को दुनिया का तीसरा सबसे अच्छा गंतव्य चुना गया है।
2018 से अधर में लटका था प्रस्ताव
गौरतलब है कि 2018 में शिवराज सरकार इस मामले को लेकर बनाई गई मुख्य सचिव की अध्यक्षता में साधिकार समिति में यह प्रस्ताव अमान्य हो गया था।इसके बाद विधानसभा चुनाव हो गए और शिवराज सरकार बाहर हो गई। वही 15 साल बाद सत्ता में लौटी और 15 महिनों में ही बाहर हुई पिछली कमलनाथ सरकार ((Kamal Nath Government)) के दौरान भी साधिकार समिति ने इस प्रस्ताव पर सशर्त सहमति दे दी थी, जिसमें कहा गया था कि 14 जनवरी 2020 को साधिकार समिति ने जिन शर्तों को लागू करने की सिफारिश की है, उन्हें लीजधारकों के लिए अनिवार्य किया गया है, लेकिन कैबिनेट (Cabinet) से मंजूरी मिलने से पहले ही सत्ता चली गई और अब शिवराज सरकार ने दोबारा वापसी करते ही इसे मंजूरी दे दी है।