भोपाल।
जल समाधि की घोषणा करने वाले बैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा आज कटोरा तालाब में तय समय पर पहुंचे ही नही।जनता की भारी भीड़ बाबा को देखने पहुंची थी, भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन 2 से 2-30 बज गए और बाबा नही पहुंचे।बताया जा रहा है कि मिर्ची बाबा को तालाब में पहुंचने से पहले ही पुलिस ने कस्टडी में ले लिया। बाबा को एक होटल में नजरबंद किया गया है। इस समय वे भेल इलाके में एक होटल में रुके हुए हैं। पुलिस के आला अधिकारी और जिला प्रशासन के कई अधिकारी होटल के बाहर तैनात किए गए है।
हालांकि उन्होंने पत्रकारों से तीन बजे के लगभग चर्चा की और कहा कि मैं सुबह 7 बजे एयरपोर्ट पहुंचा जहां मुझे प्रशासन द्वारा रोक लिया गया और होटल में ठहराया गया। जिला प्रशासन ने संकल्प के लिए बाहर नही निकलने दिया। मैं आज भी अपने संकल्प पर दृढ़ हूं। बाबा ने कहा कि जिस तरह से आज समाधि लेने का संकल्प लिया था। सकंल्प के लिए दूसरा मुहुर्त निकालूंगा और फिर प्रशासन से परमिशन मांगूंगा।वही बाबा ने 20 जून के बाद अन्न त्यागने की घोषणा की है औऱ कहा कि भविष्य में राजनैतिक भविष्यवाणी नहीं करेंगे। बाबा ने कहा यश अपयश ईश्वर के हाथ मे होता है। फिर समाधि लेने के लिए मुहूर्त निकालूंगा। फिलहाल अखाड़ा से महामंडलेश्वर पद छोड़ने का कोई आदेश नहीं मिला । इसके पहले बाबा ने कलेक्टर तरुण पिथौड़े से जलसमाधि लेने के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन कलेक्टर ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद वे कलेक्टर से मिलने पहुंचे।
दिग्विजय के हारने पर कहा कि मैने कोई पाप नही किया दुष्कर्म नही किया कोई दुराचार नही किया। ऐसे में बस मैंने भविष्यवाणी किया ।मैंने देश के साथ या मां-बहनों के साथ या गौ माता के साथ कुछ गलत नहीं किया जिससे संत समाज को खतरा या ठेस पहुंचे। भविष्यवाणी जो मेरी गलत हुई है वो बस इतना कहूंगा कि समाज का जो भी निर्णय रहा हो।वो मान्य है। लाभ जीवन मरण अप अपयश सब ईश्वर के हाथ मे है।अगर भारत की जनता को मेरी इस भविष्यवाणी या संकल्प से ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमाप्रार्थी हुं।
दरअसल, बाबा बैराग्यानंद उर्फ मिर्ची बाबा आज सुबह फ्लाइट से भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे। भारी सुरक्षा के बीच उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकाला गया।इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मैं समाधि लूंगा… समाधि लूंगा…आज दोपहर 2 बजकर 11 मिनट पर भोपाल के तालाब में समाधि लूंगा। आज कलेक्टर से मिलूंगा पहले पूछुंगा उन्होंने मुझे समाधि लेने की अनुमति क्यो नही दी, उसके बाद में जल समाधि लूंगा।इस दौरान बाबा ने आरोप भी लगाए कि उन्हें फोन पर धमकी दी जा रही है। मेरे पास प्रमाण है, मैं जिंदा रहा तो इसकी शिकायत करूँगा।
बाबा ने कहा कि उनका समाधि लेना तो उसी दिन तय हो गया जब दिग्विजय सिंह जैसा हिंदू हार जाता है। मैं अपने संकल्प पर दृण निश्चय हूं और मैं समाधि लूंगा।मैंने जो दिग्विजय सिंह के लिए जो संकल्प लिया है, उस पर कायम हूं। मैं जल समाधि लेने के लिए भोपाल आया हूं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से अनुमति न मिलने को लेकर आज वो कलेक्टर से मिलेंगे।अगर फिर भी अनुमति नहीं तो भी मैं जल समाधि लूंगा।
इससे पहले वैराग्यानंद बाबा के वकील सैयद माजिद अली की तरफ से शनिवार को भोपाल कलेक्टर को एक आवेदन देकर बताया गया है कि बाबा रविवार सुबह विमान से राजा भोज एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके बाद दर्शन करने के लिए भोजपुर जाएंगे, जहां वे शिव मंदिर मे पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद दोपहर 12 बजे भोपाल कलेक्टर से मिलकर समाधि का निर्णय लेंगे।कलेक्टर को दिए आवेदन में लिखा गया है कि ‘स्वामीजी के साथ कोई अप्रिय घटना न घट जाए इसके लिए विमान तल से भोजपुर और भोजपुर से कलेक्टर कार्यालय तक सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं’।
ये है पूरा मामला
बता दे कि महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद वही मिर्ची बाबा हैं, जिन्होंने दिग्विजय सिंह की जीत के लि��� साढ़े 5 क्विंटल लाल मिर्च का यज्ञ किया था और कहा था कि अगर दिग्विजय सिंह नहीं जीते तो वह यज्ञ कुण्ड में जीवित समाधि ले लेंगे, लेकिन दिग्विजय बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा से तीन लाख से ज्यादा वोटों से हार गए। वही नतीजों के बाद से ही बाबा अंडर ग्राउंड हो गए है।किसी को उनके बारे मे कोई खबर नही थी। सोशल मीडिया पर भी बाबा ट्रेंड करने लगे है और लोगों ने उन्हें खोजना शुरु कर दिया। खास बात तो ये थी कि कुछ यूजर्स ने तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को ही उनका पता करने को कह दिया था।हालांकि रमजान के महिने में उन्हें यूपी में एक रोजा इफ्तार पार्टी में देखा गया था।इसके बाद कुछ लोगो ने बाबा का ढूंढकर लाने वाले को एक लाख रुपए देने का ऐलान भी किया गया था। बाबा का एक आडियो भी वायरल हुआ था जिसमें बाबा ने उनकी जलसमाधी का सवाल पूछने पर युवक को डांट दिया था। हालांकि बाद में महामंडलेश्वर वैराज्ञानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा पर निरंजनी अखाड़े ने कार्रवाई करते हुए उनसे अखाड़े के महामंडलेश्वर की पदवी को छीन कर हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन इन सब सुर्खियों के बीच अब बाबा वापस लौट आए है और अपना वादा पूरा करने का ऐलान किया है।