भोपाल| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ लेने के बाद मंत्रालय के नए एनेक्सी भवन उद्घाटन किया और मुख्यमंत्री के तौर पर पदभार सँभालते हुए किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर हस्ताक्षर किये| कमलनाथ ने फाइल पर साइन करते हुए बताया कि उन्होंने किसानों का कर्जा माफ़ कर दिया है| इस सम्बन्ध में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं| हालांकि इसको लेकर पूरी तस्वीर धीरे धीरे साफ़ होगी| आदेश के अनुसार राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों में अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में शासन द्वारा पात्रता अनुसार किसानों के 2 लाख की सीमा तक का 31 मार्च 2018 की स्तिथि में बकाया फसल ऋण माफ़ किया गया है| बता दें कि चुनाव में कांग्रेस ने सरकार बनने के दस दिन के भीतर किसानों का कर्जा माफ़ करने की घोषणा की थी| कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह घोषणा की थी, जिसे बाद में इसे घोषणा पत्र में भी रखा गया था| सीएम पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले कमलनाथ ने किसान कर्जमाफी की फाइल पर हस्ताक्षर किये हैं| इसके साथ में पांच अन्य फाइल पर भी उन्होंने हस्ताक्षर किये हैं|
इससे पहले कमलनाथ ने एनेक्सी भवन का उद्घाटन किया| शंखध्वनि और मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया और पंडितों ने मुख्यमंत्री को कलावा बांधा। कमलनाथ ने एनेक्सी के द्वार पर दीपक जलाया है। कमलनाथ ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया | इस एनेक्सी भवन को हाई सेक्योरिटी जोन में तब्दील किया गया है। कमलनाथ सरकार का संचालन यहीं से किया जाएगा।
शिवराज ने लिया था एनेक्सी बनाने का फैसला, कमलनाथ बैठेंगे
615 करोड़ की लागत से लगभग 40 हजार स्क्वेयर फीड में पांच मंजिल बनी इस एनेक्सी में जिस तरह का मुख्यमंत्री सचिवालय तैयार किया गया है वह शायद पूरे देश में नहीं होगा। पूरी पांचवीं मंजिल के 40 हजार वर्गफीट में सीएम सचिवालय बनाया गया है। इसमें सीएम कक्ष के बगल में मीटिंग रूम है। पांच हजार वर्गफीट ओपन ऐरिया है। 50 मीटर की लाबी है जिसमें सीएम सचिवालय के अधिकारी बैठ सकेंगे। कैबिनेट की बैठक के लिए हाईटेक हाल बनाया गया है। जिसमें ई-कैबिनेट की व्यवस्था की गई है। बड़े-बड़े प्रोजेक्टर लगाए गए हैं। हॉल में 200 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने एनेक्सी बनाने का फैसला लिया था लेकिन कमलनाथ इस इस भवन में राज करेंगे|
एनेक्सी एक नजर में
-भवन निर्माण में 495 करोड़ रुपए खर्चा
-फर्नीचर और साज-सज्जा पर 120 करोड़ रुपए खर्च
-700 कारों के लिए मल्टी लेविल पार्किंग
-सभी प्रमुख सचिवों के लिए हाईटेक आफिस और मीटिंग रूम
-भवन को साढ़े तीन साल में बनाकर तैयार किया है।
-राज्य सरकार का सबसे महंगा भवन
-भवन का निर्माण शापुर जी पालोनी जी कंपनी ने किया है।