भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) के निर्देश पर मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग (MP Higher Education Department) ने बड़ा फैसला किया है, इसके तहत उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी महाविद्यालय, छात्रावास और विभागीय कार्यालयों का नियमित निरीक्षण किया जायेगा।इसके लिए प्राचार्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसका छात्रों को बड़ा लाभ मिलेगा। बता दे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये थे।
Pension: बुढ़ापे में मिलेगी 1 लाख से ज्यादा सालाना पेंशन, जानिए स्कीम के नियम-पात्रता
इसके तहत जिले के अग्रणी महाविद्यालय (MP College) के प्राचार्य माह में दो बार जिले के अधीनस्थ महाविद्यालयों और छात्रावासों का निरीक्षण करेंगे। क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक माह में पाँच बार संभाग के अधीनस्थ महाविद्यालयों और छात्रावासों का निरीक्षण करेंगे। उच्च शिक्षा संचालनालय के अधिकारी और विभाग के मंत्रालयीन अधिकारी माह में एक बार महाविद्यालयों, छात्रावासों (College Hostal), विभागीय कार्यालयों का निरीक्षण करेंगे।
SBI का अलर्ट, ये काम नहीं किया तो हो सकती है परेशानी, जानिए क्या है लास्ट डेट
निरीक्षण में संबंधित अधिकारी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ की उपस्थिति, कक्षावार समय-सारणी का पालन, विषयवार शिक्षक-विद्यार्थी (Student-teacher) अनुपात, परिसर की साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, महिला शौचालय की व्यवस्था, छात्राओं के लिए कॉमन रूम, पुस्तकालयों में पुस्तकों की पर्याप्त संख्या एवं सुचारू वितरण, छात्रावास व्यवस्था, क्रीडा सुविधाएँ, NCC/NSS गतिविधियाँ, हितग्राहीमूलक योजनाओं का प्रचार-प्रसार और क्रियान्वयन, विद्यार्थियों के लिए हेल्प डेस्क की व्यवस्था, कार्यालय संबंधी व्यवस्था, निर्माण कार्यों की स्थिति तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन आदि बिन्दुओं पर अवलोकन करेंगे।