MP Employee Strike 2023 : आगामी चुनावों से नए साल में मध्य प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने राज्य की शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। 6 जनवरी तक मांगे पूरी ना होने पर 9 जनवरी से 70000 बिजली कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। परमानेंट, इंश्योरेंस समेत पांच सूत्री मांगों के समर्थन में यह आंदोलन होगा। इसे लेकर सरकार को चेतावनी भी दी गई है।
दरअसल,बिजली कर्मचारियों की ये हड़ताल यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स के बैनर तले की जाएगी। प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया कि मांगों को लेकर पिछले छह साल से आंदोलन कर रहे हैं। पूर्व के आंदोलन के दौरान ऊर्जा मंत्री एवं अफसरों ने आश्वासन दिए। बावजूद मांगें पूरी नहीं हुई। यदि इस बार 6 जनवरी तक मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो 9 जनवरी से सभी कार्यों का बहिष्कार कर देंगे। यह बहिष्कार अनिश्चितकालीन चलेगा।इधर, हड़ताल के ऐलान के बाद बिजली कंपनी अलर्ट मोड पर है और कंपनी ने वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।
कर्मचारियों की यह मांगें
- संविदा बिजलीकर्मियों को तुरंत नियमित किया जाए।
- आउटसोर्स कर्मचारियों को संविलियन करते हुए कार्यावधि एवं वरिष्ठता के अनुसार वेतनवृद्धि प्रदान करते हुए उनके भविष्य को सुरक्षित करने की नीति बनाई जाए। 20 लाख रुपए तक दुर्घटना बीमा भी कराया जाए।
- पुरानी पेंशन बहाल की जाए। ताकि, रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी और उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।
वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए कमेटी बनाई जाए। - कई वर्षों से लंबित फ्रिंज बेनिफिटस का पुर्ननिरीक्षण करते हुए सभी अधिकारी-कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के लिए केसलेस मेडिक्लेम पॉलिसी लागू की जाए।