बैतूल| चुनावी दौर में नेताओं का दल बदलने का दौर जारी है| भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के खेमे में तोड़फोड़ करने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रही हैं| सोमवार को बैतूल में भाजपा ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया तो अगले दिन कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए बड़ी तोड़फोड़ कर दी| एक दिन पहले भाजपा ने पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे के चचेरे भाई को भाजपा की सदस्यता दिलाई तो कांग्रेस में हलचल मच गई| इसके जवाब में आज भाजपा के दो बार के विधायक रहे चैतराम मानेकर ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया जिससे अब भाजपा में हड़कंप मच गया है| इसे चुनावी समय में नहले पे दहला माना जा रहा है|
दरअसल, आमला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक चैतराम मानेकर ने आज भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस का हाथ थाम लिया| वे कांग्रेस के मंत्री सुखदेव पांसे ,बाला बच्चन ,पीसी शर्मा और ओमकार सिंह मरकाम की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए | इसी दौरान चैतराम मानेकर ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे किसी लालच में कांग्रेस में नही आये है इसलिए आये है कि इस समय प्रजातंत्र खतरे में है, केंद्र में दो लोग पार्टी चलाते है प्रदेश में बीजेपी को आरएसएस चलाती है ओर बैतूल में एक व्यक्ति पार्टी चला रहे है उनके विधायको की बात नही सुनी जाती है इन्ही बातों से परेशान होकर उन्होंने भाजपा छोड़ी है|
बता दें कि चैतराम मानेकर आमला सीट से दो बार के विधायक रहे हैं| हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में इस बार पार्टी ने उनका टिकट काटकर नया चेहरा डाॅ. योगेश पंडागरे को टिकट दिया था। जिसके बाद से ही वो नाराज चल रहे थे| भाजपा में आमला विधान सभा से दो बार चुनाव जीते चैतराम मानेकर दो चुनाव भारी मतों से जीते थे ।वे मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद भाजपा के ऐसे विधायक थे जो प्रदेश में अधिक वोट से जीतने वाले दूसरे विधायक थे । चैतराम मानेकर पहले कांग्रेस में ही थे, लेकिन 2008 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था| इसके बाद 2013 में एक बार फिर भाजपा ने चैतराम मानेकर को आमला सीट से उम्मीदवार बनाया और इन्होंने एक बार फिर उन्होंने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की|
एक दिन पहले मंत्री के भाई हुए भाजपाई
सोमवार को बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था| कमलनाथ सरकार में मंत्री सुखदेव पांसे के भाई रविन्द्र पांसे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। रविन्द्र पांसे ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। लोकसभा चुनाव के पहले बैतूल जिले में इसे कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि सुखदेव पांसे बैतूल जिले की मुलताई विधानसबा सीट से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं और कमलनाथ सरकार में उन्हें मंत्रालय भी मिला है।