भोपाल| मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार शराब की उप दुकानें खोलने के फैसले को लेकर घिर गई है| विपक्ष ने सरकार के इस फैसले का कडा विरोध किया है और तीखी प्रतिक्रिया दी है| पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सरकार के इस फैसले के खिलाफ खुलकर विरोध में उतर आये हैं|
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार से मांग की है कि यह फैसला गलत है, इसे तत्काल वापस लें| उन्होंने कहा शराब मुक्त करने का वादा था लेकिन शराब युक्त मध्य प्रदेश बनाया जा रहा है| उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार इस फैसले को वापस लेगी तो मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरना दिया जाएगा| उन्होंने कहा हम महिलाओं के साथ धरना देंगे, क्यूंकि इससे महिलाओं को ही सबसे परेशानी उठानी पड़ती है|
शिवराज ने सीएम को लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार के इस फैसले का कडा विरोध किया है| उन्होंने कहा सरकार के इस फैसले से प्रदेश में तीन गुना शराब की दुकानें बढ़ जाएंगी| यह फैसला मध्य प्रदेश को शराब के नशे में डुबोने वाला है, आपराधिक गतिविधियां बढ़ेंगी| एक तरफ सरकार शराब माफिया के खिलाफ अभियान चला रही है और दूसरी तरफ प्रदेश को शराब माफिया के हवाले कर रही है| उन्होंने कहा यह राजनीतिक विरोध नहीं है बल्कि उन्हें प्रदेश की चिंता है| पूर्व सीएम शिवराज ने फैसले को वापस लेने के लिए सीएम कमलनाथ को एक पत्र भी लिखा है| पूर्व सीएम ने कहा यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो हम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे।
गौरतलब है कि सरकार आबकारी नीति में बदलाव कर उप दुकानें खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है| उप दुकान के लिए फीस के तीन स्लैब बनाए गए हैं, जिसमें 15, 10 और 5% राशि देने के बाद कारोबारी उप दुकान खोल सकेगा। शहर में मौजूदा दुकान संचालक 5 किमी पर और ग्रामीण क्षेत्र में 10 किमी पर एक उप दुकान खोल सकेंगे। इससे करीब 2000 से 2500 नई शराब दुकानें खुलने की संभावना है।