भोपाल।
प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अपने 15 महीने के कार्यकाल में अपने किए गए कार्यों का ब्योरा देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जनता के समक्ष अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। इस रिपोर्ट कार्ड में उन्होंने अपने 15 माह की सत्ता की तुलना शिवराज के 15 साल से की है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बयान में कहा है कि प्रदेश को सामाजिक राजनीतिक और आर्थिक रूप से 15 वर्षों तक बर्बाद करने वाली बीजेपी कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि उसने प्रदेश को तबाह कर दिया है। जनता के नकारे जाने के बाद भी बीजेपी ने खरीद-फरोख्त की राजनीति करके और अलोकतांत्रिक गतिविधियां अपनाकर प्रदेश में सरकार बनाई है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा 15 साल तक बीजेपी के राज में प्रदेश बेहाल रहा है। शिवराज सिंह के राज में देश में सबसे ज्यादा कुपोषण मध्य प्रदेश में थे। नवजात बच्चों की मृत्यु दर, महिलाओं के साथ दुराचार के मामले में प्रदेश अव्वल था। लगभग 40% आबादी गरीबी रेखा के नीचे थी और महज 12 प्रतिशत आबादी को नलों से पानी पहुंचाया गया था। किसान जब अपनी फसलों की मांग करते थे तो उन्हें सीने में गोली मिलती थी। इसके साथ ही प्रदेश के आदिवासी भाइयों के अधिकार के आवास के पट्टे को निरस्त करने के साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग का दमन होता रहा था। मध्य प्रदेश के 70% स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं थे। उच्च शिक्षा का ग्रॉस एनरोलमेंट रेशों सबसे निचले स्तर पर था। वहीं औद्योगिक निवेश में मध्य प्रदेश सबसे पिछड़ा था तथा रोजगार के अवसर नगण्य थे। ऐसी सत्ता चलाने वाली बीजेपी आज कांग्रेस पर निशाना साध रही है।
वही कांग्रेस के 15 माह के सरकार पर बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि 15 माह से भी कम समय में कांग्रेस की सरकार विरासत में मिली आर्थिक बदहाली के बावजूद करीबन 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया।₹1 मात्र में एक यूनिट बिजली का प्रावधान लाकर गरीबों के बीच में कबीर 70% कम कर दिया गया। वहीं किसानों को कृषि उद्योग की बिजली आधे दामों पर अर्थात जो 1400 रुपए प्रति एसपी थी उसे 700 कर दिया गया। मुख्यमंत्री स्वाभिमान योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को 4000 का स्टाइपेंड तो वहीं 9000 स्कूलों को नए बिजली के कनेक्शन दिए। प्रदेश के उद्योग में प्रदेश के 70% लोगों के नौकरी का प्रावधान लाया गया। मिलावटखोरों पर कार्यवाही करके जेल भेजा गया। पूरे प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर उनकी धरपकड़ शुरू की गई। कमलनाथ सरकार द्वारा प्रदेश वासियों के लिए राइट टू हेल से लेकर राइट टू वाटर जैसी पहल तथा स्टीम शिक्षा प्रणाली के तहत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के पहल किए गए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ऐसे कार्यों को भाजपा की सरकार तबाही के श्रेणी में रखती है। भाजपा पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि बीजेपी ने मध्यप्रदेश को हर स्तर से गिरा कर भाषण, रैली, विज्ञापन और भ्रष्टाचार को ही प्रगति मान लिया है।