गणेशअग्रवाल/दमोह। मिडनाइट पॉलिटिक्स में सबसे अहम किरदार रही बहुजन समाज पार्टी की दबंग विधायक रामबाई सिंह बुधवार रात दिल्ली से भोपाल और भोपाल से जबलपुर होते हुए बुधवार लौट आई है।रामबाई के दमोह पहुंचते ही मीडिया ने उन्हें घेर लिया और सवालों की झड़ी लगा दी। रामबाई ने पहले तो कुछ बोलने से इंकार कर दिया लेकिन बाद में मीडिया से चर्चा करते हुए वह 3 दिन से परेशान हैं, थकी हुई है इसलिए कल बात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे झूठ बोलना नहीं चाहती एवं सच बोल नहीं सकती इसलिए वे कल ही बात करके सारे घटनाक्रम से अवगत कराएंगी।
रामबाई ने मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि झूठ वो बोलना नहीं चाहतीं, सच क्या है, ये अभी बता नहीं सकती है। रामबाई ने कहा कि वे गुरुवार सुबह ही सारी जानकारी मीडिया के सामने रखेंगी। माना जा रहा है कि रामबाई आज कुछ बड़े खुलासे कर सकती हैं।खास बात ये है कि हॉर्स ट्रेडिंग मामला जब से गरमाया है तभी से रामबाई पथरिया से नदारद रहीं। हालांकि इस बीच जब उनके पति गोविंद सिंह से चर्चा की गई थी तो उनका कहना था कि रामबाई की बेटी दिल्ली में अध्यनरत है, इसलिए वे वहां गई हैं।
घटनाक्रम के बीच पति देते रहे सफाई
दरअसल, विधायक रामबाई सिंह के गुरुग्राम के एक होटल से कांग्रेस नेताओं के साथ बाहर आने का वीडियो सामने आने के बाद देर रात सियासी हलकों में घमासान के हालात बनते बिगड़ते नजर आए, तो वही बुधवार सुबह राम बाई सिंह के पति गोविंद सिंह से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि जिस तरह की बातें सामने आ रही है कि भाजपा द्वारा रामबाई सिंह को बंधक बनाया गया था, ऐसी कोई बात नहीं है। वह निजी काम से दिल्ली गई थी, उस होटल में रुकी थी और कांग्रेस नेता जब वहां पहुंचे तो वे उनके साथ बाहर आ गई। गोविंद सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राम बाई सिंह को बाहर लेकर नहीं आए, जबकि रामबाई सिंह कांग्रेस नेताओं को बाहर लेकर पहुंची है जिससे होटल में कोई हंगामा ना हो।इससे पहले मंगलवार को गोविंद सिंह ने कहा था कि राम बाई सिंह अपनी बेटी के इलाज के लिए दिल्ली गई हुई है। उनकी बेटी दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ती है और बीमार होने के कारण वे उसका इलाज कराने के लिए दिल्ली गई है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि दिल्ली जाते समय भूपेंद्र सिंह उनको प्लेन में मिल भी गए तो इसका यह मतलब नहीं कि इस तरह की अटकलें लगाई जाए। गोविंद सिंह ने बताया कि रामबाई कल तक दमोह आ जाएंगी। उन्होंने कमलनाथ सरकार पर पूरी तरह से विश्वास जताते हुए किसी भी अफवाह में नहीं आने की बात कही.।
बता दे कि मंगलवार-बुधवार होटल में जिन विधायकों को बंधक बनाने की चर्चा थी, उसमें कांग्रेस पार्टी के चार और बाहर से समर्थन दे रहे निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों सहित आठ विधायकों में बसपा विधायक रामबाई भी शामिल थीं। घटना का खुलासा होने के बाद कांग्रेस के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी कांग्रेस विधायकों को लेने के लिए हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचे थे और उन्हें अपने साथ भोपाल लेकर आए।गुरुग्राम में रामबाई के साथ मारपीट के आरोप भी लगे थे।