भोपाल।
नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी को लेकर देशभर विरोध जारी है। एक तरफ भाजपा सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैली निकाल रही है, नेताओं द्वारा लोगों से संवाद किया जा रहा है, वही दूसरी एमपी बीजेपी के अंदरखानों से भी बगावत के सुर तेजी से फूटने लगे है।नेताओं के इस्तीफों का दौर तेजी से चल रहा है।अब मध्यप्रदेश बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री अकरम खान और मसाजिद कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल कुरैशी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
दोनों ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सनवर खान को भेज दिया है। वही मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद बेग और मोर्चा के ज़िला उपाध्यक्ष आदिल खान ने भी इस कानून को लेकर अपना विरोध जताया है।बता दे कि इस्तीफे का दौर उस वक्त तेजी से चल रहा है जब गृहमंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के दौरे पर आने वाले है।ऐसे में इसका खमियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता है।
अकरम खान का कहना है कि मैंने एनआरसी और सीएए पर अपना इस्तीफा सौंप दिया। कृपया अध्यक्ष इसे स्वीकार करें। मैं सीएए और एनआरसी पर पार्टी के फैसले का सम्मान करता हूं और 25 वर्षों से इसकी सेवा कर रहा हूं।लेकिन कुछ सहयोगी एक विशेष समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं, जो असहनीय और भावनाओं को आहत कर रहा है।जिसके चलते इस्तीफा दे रहा हूं।
आदिल खान ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि भाजपा में जो भी अल्पसंख्यक नेता हैं और सीएए के विरोध में हैं वे 11 जनवरी को बैठक में आएं। चुनिंदा लोगों को इस बैठक में बुलाया गया है। इसमें एकजुट होकर इस्तीफा देने पर बात की जाएगी। वही जावेद बेग ने लिखा है कि भाजपा अब अटल बिहारी, लालकृष्ण आडवाणी और आरिफ बेग की नहीं रही। मुस्लिम के लिए भी भाजपा में कुछ नहीं।
पहले भी हो चुके है इस्तीफे
इससे पहले गुरुवार को खरगोन और गुना में बीजेपी नेताओं ने इस्तीफे दिए थे। खरगोन में जिले भर के भाजपा अल्पसंख्यक पधादिकारी , सदस्य सामूहिक रूप से इस्तीफ़ा देना भाजपा कार्यालय पहुंचे थे।बताया जा रहा भाजपा अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष समेत 176 अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी के विरोध में इस्तीफे दिए हैं। इधर प्रदेश के गुना में अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिलाबर मंसूरी ने भी एनआरसी और सीएए के कारण अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने अपना इस्तीफ़ा अ.स. मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष को दिया है।