सीएम डॉ मोहन यादव ने किया जन अभियान परिषद सम्मेलन का शुभारंभ, कहा ‘गाँव बचेंगे तो देश बचेगा’, कांग्रेस पर कटाक्ष

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ग्रामीणों के उत्थान के संकल्प को केंद्रित रखते हुए गांवों को और अधिक सशक्त और समृद्ध बना रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांवों को समृद्ध और विकसित करने के संकल्प को पूरा करने के लिए हम पूरी तरह संकल्पित हैं। इस अवसर पर सीएम ने सांप और नेवले की कहानी के माध्यम से विपक्ष पर तंज कसा।

Mohan Yadav

CM Dr. Mohan Yadav Inaugurates Jan Abhiyan Parishad Sammelan : सीएम डॉ. मोहन यादव ने आज भोपाल में जन अभियान परिषद सम्मेलन का शुभारंभ किया। समन्वय भवन में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जन-जन के कल्याण के लिए समर्पित जन अभियान का गठन हुआ है। समाज में अन्याय के खिलाफ लड़ने की चेतना को जगाए रखने का काम जन अभियान परिषद करता है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा भी उपस्थित रहे।

समृद्धि योजना के अंतर्गत “समग्र ग्राम विकास के विभिन्न आयाम” विषय पर मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित संभाग, जिला एवं विकासखण्ड समन्वयकों के उन्मुखीकरण हेतु प्रशिक्षण सह कार्यशाला की शुरुआत सीएम मोहन यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ग्रामीणों के उत्थान के संकल्प को केंद्रित रखते हुए गांवों को और अधिक सशक्त और समृद्ध बना रही है। साथ ही हम पीएम मोदी के के विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए भी निरन्तर प्रयासरत हैं।

‘गाँव बचेंगे तो देश बचेगा’

जन अभियान परिषद सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि समाज से अन्याय को दूर करने और गांवों में चेतना का प्रसार करने के लिए जन अभियान परिषद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि जब हमारे गाँव बचेंगे तो हमारा देश बचेगा। सीएम ने कहा कि कि ‘हमारी मूल संस्कृति गांवों से जुड़ी हुई है और महात्मा गांधी ने भी कहा है कि भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। जन अभियान ने उसी गाँव की मूल आत्मा को बचाने का काम किया है। हमारा भाव गाँव की मूल अच्छाइयों को पुनर्स्थापित करने का है। गाँव का अपना जल स्त्रोत हो, अपना ऊर्जा स्त्रोत हो, हम वहां खेती किसानी को लेकर क्या कर सकते हैं, जनकल्याण की योजनाओं का कैसे पालन कर सकते हैं इसपर हम पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’

सांप-नेवले की कहानी के माध्यम से कांग्रेस पर कटाक्ष

इस अवसर पर सीएम ने मंजन बेचने वाले का एक किस्सा सुनाया और उसके माध्यम से कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने बताया कि जब वे स्कूल में थे तब उज्जैन में डमरू बजाते हुए एक मंजन बेचने वाला व्यक्ति आया। उसके पास एक सांप और नेवला था और उनके माध्यम से उसने काफी भीड़ इकट्ठी कर ली। मंजन बेचने वाले ने कहा कि अब देखते हैं कि सांप और नेवले में से कौन किसे मारता है..होता यही है कि नेवला अपने दांतों से सांप के टुकड़े टुकड़े कर देता है। और धीरे धीरे बातों को घुमाते हुए उसने कहा कि नेवला काटता किससे है सांप को। वो अपने दाँत से नेवले को काटता है और इसीलिए दाँत नेवले जैसे होने चाहिए। इसके बाद उसने अपने मंजन की डिब्बी निकाल ली और सांप-नेवले के बहाने से सौ डेढ़ सौ मंजन की डिब्बी बेच दी। मुख्यमंत्री ने इस किस्से के हवाले से कहा कि ‘कांग्रेस के लोग ऐसे ही करते हैं। इनको अपने मूल भाव से..मूल बात से कोई लेना देना नहीं है।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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