भोपाल। मध्य प्रदेश में खुलने वाले शरबा की उप दुकानों को लेकर संग्राम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व सीएम शिवराज की चिट्ठी का जबवा दिया है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में शिवराज के दावों को झूठा करार दिया है। उन्होंने लिखा है कि भाजपा के कार्यकाल में शराब दुकनों की संख्या नहीं बढ़ने का दावा झूठा है।
उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंतिम वित्तीय वर्ष 2003-04 में देशी मंदिरा की दुकानें प्रदेश में 2221 थी, जो भाजपा शासनकाल में उत्तरोत्तर बढ़ते हुए वर्ष 2010-11 में 2770 हो गईं थीं। इसी प्रकार विदेशी मदिका वर्ष 2003-04 में 581 थी जो बढ़ते हुए 2010-11 में 916 हो गईं थी। इस प्रकार कांग्रेस शासनकाल में कुल देशी/विदेशी मदिरा दुकानों की संख्या प्रदेश में 2792 थीं, जो आपके कार्यकाल के वर्ष 2010-11 में बढ़कर 3683 हो गई थीं। इसलिए आपका दावा सही नहीं है। उन्होंने शिवराज के प्रदेश में शराब की नई 2500 दुकाने खुलने का दावा भी खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार के शराब की उप दुकान खोलने के फैसले का कड़ा विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश में तीन गुना शराब की दुकानें बढ़ जाएंगी। यह फैसला मध्य प्रदेश को शराब के नशे में डुबोने वाला है, आपराधिक गतिविधियां बढ़ेंगी| एक तरफ सरकार शराब माफिया के खिलाफ अभियान चला रही है और दूसरी तरफ प्रदेश को शराब माफिया के हवाले कर रही है| उन्होंने कहा यह राजनीतिक विरोध नहीं है बल्कि उन्हें प्रदेश की चिंता है| पूर्व सीएम शिवराज ने फैसले को वापस लेने के लिए सीएम कमलनाथ को एक पत्र भी लिखा है| पूर्व सीएम ने कहा यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो हम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे।