5 lakh laddus sent to Ayodhya from Mahakal : सीएम मोहन यादव ने श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्जैन द्वारा अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में भेजे जा रहे 5 लाख लड्डुओं के प्रसाद रथों को भोपाल से रवाना किया। इससे पहले उन्होने मानस भवन में स्थित श्री सिद्ध रघुनाथ मंदिर में भगवान श्रीराम की पूजन-अर्चना कर प्रदेशवासियों के मंगल और कल्याण की कामना की।
महाकाल से 5 लाख लड्डू अयोध्या के लिए रवाना
बता दें कि अयोध्या में प्रसाद के रूप में वितरित के लिए महाकाल मंदिर से पांच लाख लड्डू भेजे जा रहे हैं। आज को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में इन पांच रथों को अयोध्या के लिए रवाना किया गयी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज पूरा देश राममय हो रहा है। भगवान भोलेनाथ और भगवान विष्णु दोनों को स्मरण करो तो भगवान हमें मन से आशीर्वाद देते हैं। आज जब रामलला गर्भगृह में विराजमान हो रहे हैं तो इसकी सबसे अधिक प्रसन्नता महाकाल को होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आज हमारे सामने वर्तमान की अयोध्या नगरी का यह जो भौगोलिक स्वरूप है, उसे 2 हजार साल पहले सम्राट विक्रमादित्य के काल में जीर्णोद्धार कर नया रूप दिया गया था। भव्य मंदिर भी सम्राट विक्रमादित्य द्वारा बनाया बनवाया गया था।वह युग फिर वापस आ रहा है। भगवान श्रीराम पुन: गर्भ गृह में विराजमान हो रहे हैं। महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास जी द्वारा भगवान श्रीराम के जीवन के विविध प्रसंगों को जन-जन तक पहुंचाने का अद्भुत कार्य हुआ है। 17 लाख साल बाद भी आज भी वह दृश्य ऐसे लगते हैं जैसे कल की ही बात हो। भगवान श्रीराम जी के जीवन के हर प्रसंग से हमें सीखने की शिक्षा मिलती है।’
सीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना
इस अवसर पर उन्होने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘आज भी कई तरह के लोग हैं, भगवान उन्हें सद्बुद्धि प्रदान करें। भगवान के गर्भगृह में प्रवेश करने के मामले को भी जाने अनजाने क्यों विवाद बना रहे हैं, परमात्मा ही जानें। मंंदिर बनाने वाले मंदिर बना रहे हैं, प्रेम से निमंत्रण दो तो उसपर भी प्रश्न उठाते हैं और उसे ठुकराते हैं। ऐसे लोग अभागे हैं और हम उनको सद्बुद्धि देने की महाकाल से प्रार्थना करते हैं। हो सकता है 22 तारीख तक उन्हें समझ में जाए और वो भी दर्शन करने पहुंच जाएं।’ सीएम यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सच्चे अर्थों में लोकतंत्र में जनता की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए निर्णय ले रहे हैं और इसी क्रम में अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। उन्होने कहा कि इस अवसर पर हर देशवासी रामभक्ति में डूबा हुआ है और वो प्रार्थना करते हैं कि इसका विरोध करने वालों को भी ईश्वर सद्बुद्धि और सद्भावना प्रदान करें।
आज हमारे सामने वर्तमान की अयोध्या नगरी का यह जो भौगोलिक स्वरूप है, उसे 2 हजार साल पहले सम्राट विक्रमादित्य के काल में जीर्णोद्धार कर नया रूप दिया गया था। भव्य मंदिर भी सम्राट विक्रमादित्य द्वारा बनाया बनवाया गया था।
वह युग फिर वापस आ रहा है। भगवान श्रीराम पुन: गर्भ गृह में… pic.twitter.com/eceSnu7hoN
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 19, 2024