बालाघाट में मृत परिजन का शव मांगने पर युवक के साथ सीएमओ ने की मारपीट, वीडियो वायरल

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बालाघाट, सुनील कोरे। बालाघाट (Balaghat) में कोरोना काल में अधिकारियों की संवेदनहिनता कितनी गिर गई है, इसका जीता-जागता उदाहरण गत दिनों लांजी में देखने को मिला। जहां मृत रिश्तेदार का शव मांगने पर नगर परिषद सीएमओ (CMO) ने मृतक के रिश्तेदार युवक को गालियां बकते हुए उसके साथ मारपीट की। जिसके भारी विरोध के चलते दो दिन बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने कार्यवाही करते हुए नगर परिषद सीएमओ देवेन्द्र मर्सकोले को निलंबित कर आगामी आदेश तक कार्यालय परियोजना अधिकारी, शहरी विकास अभिकरण बालाघाट में संलग्न कर दिया है।

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गौरतलब हो कि 25 अप्रैल की रात हरिचंद्र कालबेले के बीमार होने पर परिजन उसे लेकर लांजी अस्पताल आये थे। जहां उसे भर्ती कराने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि सुबह आ जाना, जिसके बाद दूसरे दिन 26 अप्रैल को जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि भर्ती हरिचंद्र कालबेले की मौत हो गई। परिजन बुजुर्ग का शव मांगने लगे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मृतक के कोविड मरीज होने की बात कहकर शव देने से मना कर दिया गया। जब परिजनों ने मृतक परिवार के बुजुर्ग की कोरोना रिपोर्ट मांगी तो वह भी उपलब्ध नहीं करवाई गई। जिस पर जब परिजन नाराजगी जाहिर करने लगे तो नगर परिषद सीएमओ देवेन्द्र मर्सकोले गुंडागर्दी की स्टाईल में नाराजगी जाहिर कर रहे युवक को अश्लील गालियां देते हुए उसके साथ मारपीट करने लगे। इस दौरान किसी ने उसका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डाल दिया। कोरोना काल में मरीज की मौत से परेशान परिजन के साथ सीएमओ द्वारा की गई शर्मनाक हरकत को देखने के बाद लोगों में तीखी प्रतिक्रियाएं देखी गई। वहीं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और पूर्व जनप्रतिनिधियों ने भी घटना की निंदा करते हुए शासन प्रशासन से कार्यवाही की मांग कर डाली। जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, इस माह में जिले में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 11 सौ के पार पहुंच गया है और आगामी दिनों में और मरीजों की बढ़ने की संभावना जानकार जता रहे है। ऐसे में अस्पताल में मरीजों को ईलाज के लिए लाया तो जा रहा है लेकिन मरीजों की मौत हो जाने से अपनो को खोने से परिवार के लोग बदहवास है, उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जिसे उपचार के लिए जिंदा अस्पताल लाये थे, उसकी मौत कैसे हो गई। जिसके बाद यह घटना सामने आई। आप भी देखिए किस तरह सीएमओ सरेआम बेरहमी से युवक को एक के बाद एक थप्पड़ लगा रहे है।

पुलिसकर्मी बने रहे मूकदर्शक
इस पूरे मामले में सबसे चिंतनीय यह था कि यह सब वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने होता रहा और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे, जिन्होंने विवाद को शांत कराना तो दूर युवक को मार रहे सीएमओ को रोकने तक का प्रयास नहीं किया। इस वाक्ये का जागरूक व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाकर वायरल किये जाने के बाद सीएमओ की गुंडागर्दी सार्वजनिक हो गई। हर कोई ऐसे मामले में आपा खो चुके सीएमओ के अशोभनीय व्यवहार की निंदा कर रहा है।

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परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच का दिया आश्वासन
दूसरी ओर गत दिवस 27 अप्रैल को सीएमओ की मारपीट से आहत परिवार के द्वारा पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी गई है। जिसमें पुलिस अब जांच में जुटी है। एसडीओपी दुर्गेश आर्मो का कहना है कि सीएमओ के खिलाफ पीड़ित परिवार की ओर से लिखित शिकायत की गई है। जिसमें जांच की जा रही है, अस्पताल प्रबंधन से लेकर घटना के दौरान नजर आ रहे पुलिसकर्मियों से घटनाक्रम को लेकर पूछताछ की जायेगी। नगर परिषद देवेन्द्र मर्सकोले के अमानवीय व्यवहार के बाद अब उसकी कुंडली खंगाली जाने लगी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट की मानें तो वर्ष 2020 में कोरोना के लिए आबंटित बजट और राशन में इनके द्वारा अनियमितता किये जाने की भी शिकायतें सामने आ रही है।

नायब तहसीलदार संभालेगी सीएमओ का प्रभार
नगर परिषद लांजी के सीएमओ द्वारा मृतक के रिश्तेदार युवक के साथ मारपीट किये जाने के मामले के वायरल होने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने दो दिन बाद अर्थात 28 अप्रैल को सीएमओ देवेन्द्र मर्सकोले को निलंबित कर उसे आगामी आदेश तक जिला शहरी विकास अभिकरण परियोजना अधिकारी कार्यालय में संलग्न कर दिया है। जिसके स्थान पर लांजी की नायब तहसीलदार सारिका परस्ते को अपने कार्य के अलावा आगामी आदेश तक मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नगर परिषद लांजी का प्रभार सौंपा गया है।

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Harpreet Kaur

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