Congress MLA accuses BJP of making teachers work against dignity : कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बीजेपी पर शिक्षकों से गरिमा के विपरीत काम कराने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि एक सितंबर को सीधी में होने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रोड शो और अन्य कार्यक्रमों के दौरान करीब सौ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसे लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र जारी किया है।
शुक्रवार को सीधी में सीएम का कार्यक्रम
कांग्रेस नेता ने कहा है कि 1 सितंबर को सीएम शिवराज सीधी में मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन एवं विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण करने आ रहे हैं। इन कार्यक्रमों के लिए जिला शिक्षा अधिकारी सीधी द्वारा एक पत्र जारी कर शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इस लिस्ट में 94 शिक्षकों के नाम शामिल है। कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शिक्षकों की गरिमा गिराकर भाजपा की भीड़तंत्र का हिस्सा बनाया जाना निंदनीय है।
कांग्रेस विधायक ने लगाया ये आरोप
उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान से भी बड़ा दर्जा दिया गया है लेकिन शासन-प्रशासन शिक्षकों की गरिमा को तार-तार करने का काम कर रहा है। विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नौटंकी कर रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से सवाल पूछा है कि जब शिक्षक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंच जाएंगे तो स्कूल में बच्चों को कौन पढ़ाएगा ? कांग्रेस नेता ने जिला प्रशासन के इस कृत्य को पूरी अमर्यादित एवं निंदनीय बताया।
विधायक ने कहा कि समाज में शिक्षक की बड़ी उच्च भूमिका है, लेकिन उन्हें भाजपा के भीड़ तंत्र का हिस्सा बनाया जाएगा तो संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था चौपट हो जाएगी। उन्होने सवाल किया कि क्या यह उचित है कि शिक्षण कार्य को बाधित करते हुए सरकारी शिक्षकों को सीएम के कार्यक्रम में बुलाया जाए? सीधी जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी फरमान में शासकीय स्कूलों के शिक्षकों को मुख्यमंत्री के जनदर्शन में शामिल होने के लिए कहा गया है और कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि उन्हें भाजपा की भीड़ बढ़ाने के लिए तैनात किया गया है। उन्होने कहा कि सीधी जिले के इतिहास में भीड़ जुटाने के लिए इस तरह से शिक्षकों का राजनीतिकरण कभी नहीं किया गया। यदि वास्तव में जनता की उम्मीद पर मुख्यमंत्री ने काम किया होता तो यूं भीड़ इकट्ठी करने के लिए दबाव नहीं बनाना पड़ता।