भोपाल। आज दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की दूसरी बैठक रखी गई है। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित प्रदेश प्रभारी सचिवों को बुलाया गया है। बैठक में आज सभी 29 सीटों पर विचार किया जाएगा। इससे पहले पहली बैठक में 18 सीटों पर चर्चा की गई थी और करीब 6 सीटों पर सिंगल नाम तय किए गए थे, बाकियों पर दो -दो, तीन-तीन संभावित नाम सामने आए थे। माना जा रहा है कि आज अंतिम चर्चा कर चार दिन बाद होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में कुछ सीटों नाम फाइनल कर दिए जाएंगे| पहली सूची 11 मार्च को जारी हो सकती है| ताकी उम्मीदवारों को जनता के बीच जाने का ज्यादा से ज्यादा मौका मिले।
चार दिन बाद होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में एआईसीसी के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल बैठक की अध्यक्षता करेंगे। चुंकी दो दिन पहले ही लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री को इससे अलग करते हुए एआईसीसी के संगठन प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की जिम्मेदारी सौंपी थी। गत दो मार्च को हुई स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक में सभी सीटों पर चर्चा हुई थी, लेकिन इसमें बावरिया और वेणुगोपाल शामिल नही थे, इसके लिए गुरुवार को होने वाली बैठक में फिर से सभी सीटों पर चर्चा होगी। इसके बाद नाम फायनल कर लिस्ट जारी कर दी जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी ने पहली बैठक में जिन आधा दर्जन सीटों पर सिंगल नाम के पैनल पर चर्चा की थी, दूसरी बैठक में उन्हें फाइनल कर दिया जाएगा। इनमें छिंदवाड़ा, गुना, रतलाम-झाबुआ, सतना, खंडवा और राजगढ़ सीटों को चार दिन बाद होने वाली केंद्रीय चुनाव कमेटी के पास भेजा जा सकता है।इन सीटों में से सतना, खंडवा और राजगढ़ सीटों पर नाम तय करने में नेताओं को कुछ मंथन करना पड़ सकता है, लेकिन अन्य तीन सीटों पर स्क्रीनिंग कमेटी को कोई दिक्कत नहीं होगी।
वही कई सीटों पर नए चेहरों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।कई विधायकों और मंत्रियों के भी रिश्तेदारों को टिकट देने की अटकलें लगाई जा रही है। बताया जा रहा है इसके लिए कई नाम आगे बढ़ाए गए है। हालांकि पार्टी ने विधायकों को टिकट देने से इंकार कर दिया है। वही कुछ हाईप्रोफाइल सीटों पर भी कई बड़े नामों को लेकर चर्चा है। माना जा रहा है कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर लोकसभा सीटों पर पर पार्टी चौंकाने वाला फैसला कर सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लेकर चर्चा है कि उन्हें पार्टी लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। उन्हें इंदौर या भोपाल सीट पर चुनाव लड़वाने की मांग कुछ नेताओं ने की भी है। वे भी पत्रकारों से बातचीत में अपने चुनाव लड़ने को लेकर यह जवाब दे चुके हैं कि हाईकमान अगर कहेगा तो वे चुनाव लड़ेंगे। वैसे भी भोपाल और इंदौर से अभी जो नाम चर्चा में हैं, उन्हें जिताऊ प्रत्याशी नहीं माना जा रहा है। वहीं सूत्र बताते हैं कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को भी भोपाल सीट से लड़वाए जाने की चर्चा है। दीक्षित का भोपाल से पुराना संबंध भी है। हालांकि उनके नाम को लेकर पार्टी नेता चुप्पी साधे हैं।
ये हैं संभावित उम्मीदवारों के नाम :
गुना – ज्योतिरादित्य सिंधिया
छिंदवाड़ा – नकुल नाथ
रतलाम – कांतिलाल भूरिया
राजगढ़ – दिग्विजय सिंह
सीधी – अजय सिंह
सतना – राजेंद्र सिंह
मंदसौर – मीनाक्षी नटराजन
धार – गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी
शहडोल – हिमाद्री सिंह
मुरैना – रामनिवास रावत
भिंड – महेंद्र बौद्ध
दमोह – रामकृष्ण कुसमरिया
खंडवा – अरुण यादव
इन सीटों पर उम्मीदवारों की पैनल :
ग्वालियर – प्रियदर्शनीराजे सिंधिया,अशोक सिंह
इंदौर – रेणुका पटवारी, अश्विन जोशी,सत्यनारायण पटेल
सागर – निशंक जैन,प्रभुसिंह ठाकुर,अरुणोदय चौबे
विदिशा – प्रतापभानु शर्मा, शैलेंद्र पटेल,राजकुमार पटेल
होशंगाबाद – रामेश्वर नीखरा,सुरेश पचौरी
खजुराहो – कविता सिंह, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी,रामकृष्ण कुसमरिया
टीकमगढ़ – कमलेश वर्मा, सुरेंद्र चौधरी, शशि कर्णावत
जबलपुर – आलोक चंसोरिया, राजेश पटेल, नीलेश अवस्थी,नरेश सराफ
भोपाल – अरुणेश्वर सिंहदेव,कैलाश मिश्रा, संदीप दीक्षित, गोविंद गोयल,