CM Mohan Yadav resignation demand : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने भोपाल में एक प्रॉपर्टी डीलर के अपहरण और फिरौती की घटना को “रोंगटे खड़े कर देने वाली” बताया और कहा कि सरकार अपराधों पर काबू पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।
इस घटना को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री, जो गृह विभाग का जिम्मा खुद संभाल रहे हैं, प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह असफल साबित हुए हैं। उन्होंने तंज कसते हुए मुख्यमंत्री को “मौन यादव” की उपाधि दी और कहा कि अगर मुख्यमंत्री से गृह विभाग नहीं संभल रहा है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
भोपाल में प्रॉपर्टी डीलर के अपहरण का मामला
बता दें कि भोपाल के कोलार इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर को अगवा कर 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अपहरणकर्ताओं ने पीड़ित नितेश ठाकुर को ग्वालियर ले जाकर बंधक बना लिया था। उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें धमकाया गया कि अगर पैसे नहीं दिए तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। नितेश ठाकुर की पत्नी ऋचा ठाकुर ने कहा है कि अपहरणकर्ताओं ने 5 करोड़ रुपये मांगे थे, लेकिन उन्होंने 30 लाख रुपये देकर अपने पति को छुड़ाया। आरोपियों ने फिरौती लेने के बाद पीड़ित को भोपाल में उनके घर छोड़ दिया और पुलिस में शिकायत न करने की धमकी भी दी। घटना के लगभग 20 दिन बाद ऋचा ठाकुर ने कोलार थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों में एक पुलिस आरक्षक का नाम भी है।
उमंग सिंघार ने मांगा सीएम का इस्तीफा
इस घटना के बाद उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि ‘राजधानी भोपाल से एक प्रॉपर्टी डीलर का 30 लाख की फिरौती के लिए अपहरण का मामला रोंगटे खड़े करने वाला है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें एक पुलिस हवलदार संलिप्त है जिसे महज़ लाइन अटैच किया गया है। सूबे के मुख्यमंत्री “मौन यादव” गृह विभाग भी अपने पास ही रखे हुए हैं। उनकी लापरवाही से प्रदेश में अपराध बढ़ रहा है अगर उनसे गृह विभाग नहीं संभल रहा है तो मैं उनके इस्तीफे मांग करता हूं।’ इस मामले ने विपक्ष को सरकार पर हमले का बड़ा मुद्दा दे दिया है। राजधानी जैसे संवेदनशील इलाके में हुई इस घटना में पुलिसकर्मी की संलिप्तता को लेकर भी जनता के बीच सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अपराधियों पर कार्रवाई करने की बजाय, अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
राजधानी भोपाल से एक प्रॉपर्टी डीलर का 30 लाख की फिरौती के लिए अपहरण का मामला रोंगटे खड़े करने वाला है।
सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें एक पुलिस हवलदार संलिप्त है जिसे महज़ लाइन अटैच किया गया है।सूबे के मुख्यमंत्री "मौन यादव" गृह विभाग भी अपने पास ही रखे हुए हैं।
उनकी…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) November 18, 2024