भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका देने वाली है| मप्र में अगला एक दिन भाजपा के लिए भारी हैं। कांग्रेस ने भाजपा में तोडफ़ोड़ की बड़ी रणनीति बनाई है। प्रदेश के लगभग 25 जिला पंचायत अध्यक्ष, 50 जनपद अध्यक्ष और हजारों की संख्या में पंच, सरपंच कांग्रेस का हाथ थामने वाले हैं। इन्हें भोपाल बुलाने के लिए शनिवार को सरकारी स्तर पर बड़े आयोजन की तैयारी है। इस आयोजन से ठीक पहले बड़ी संख्या में जिला एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष, मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर पहुंचकर कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा करेंगे। राहुल गाँधी की मौजूदगी में भाजपा के बड़े नेता रामकृष्ण कुसमरिया कांग्रेस में शामिल हुए थे, जिसके बाद कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कहा था कि आगे आगे देखिये होता है क्या, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस रणनीति के तहत भाजपा को बड़ा झटका देने जा रही है|
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों के बीच घुसपैठ बनाने में कमलनाथ और कांग्रेस सफल होते नजर आ रहे हैं। पिछले 15 दिन से जिला पंचायत अध्यक्षों और कांग्रेस नेताओं के बीच चली कई दौर की बातचीत का परिणाम 23 फरवरी को दिखाई देगा। वैसे तो 23 फरवरी को राज्य सरकार ने पंचायत प्रतिनिधि प्रशिक्षण एवं क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन भोपाल में किया है। पंचायत विभाग की एसीएस गौरीसिंह ने स्वयं इस पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई है। इस आयोजन में भोपाल और होशंगाबाद संभाग के सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, उप सरपंच, जनपद पंचायतों के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के अलावा पूरे प्रदेश के जिला पंचायत अध्यक्ष और जनपद अध्यक्ष बुलाए गए हैं।
इन जिलों के नेता थाम सकते हैं हाथ
भोपाल जिला पंचायत के अध्यक्ष मनमोहन नागर बेशक अभी भाजपा में है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस नेताओं के इशारे पर पूरे प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा कर उन्हें कांग्रेस में लाने का प्रयास किया है। सूत्रों के अनुसार भाजपा से जुड़े जो जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं उनमें भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, खरगौन, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, गुना, दतिया, भिंड, श्योपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, टीकमगढ़, कटनी, नरसिंहपुर, शहडोल, अनूपपुर और सिंगरौली आदि के नाम बताए जा रहे हैं।
सरकार मानेगी मांगे
बताया जाता है कि प्रशिक्षण के नाम पर बुलाए गए आयोजन में जिला पंचायत अध्यक्ष एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन नागर पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से उनकी मांगों के बारे में उद्बोधन देंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ मंच पर ही अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लेंगे। मजेदार बात यह है कि आयोजन से पहले ही जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत अध्यक्षों के भाजपा से कांग्रेस में आने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।