भोपाल| विधानसभा चुनाव से साल भर पहले प्रदेश प्रभारी बनाये गए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपक बावारिया अलग अलग मामलों को लेकर सुर्ख़ियों में रहते हैं| पार्टी के अंदर ही उनका कई बार विरोध हो चुका है, बात यहां तक भी पहुंचे कि उन पर कांग्रेसियों ने ही टिकट बेचने के आरोप तक लगाए और चुनाव हरवाने के लिए जिम्मेदार भी ठहराया| इन आरोपों से बवारिया आहात हैं और उनका दर्द सबके सामने आया है| भोपाल में आयोजित ओबीसी सम्मलेन में दीपक बावरिया बोलते बोलते भावुक हो गए और मैं कहने लगे कि मैं खुद ही चला जाऊंगा, मुझे लोग वापस क्या भेजेंगे।
दरअसल, पिछले दिनों विदिशा जिले के एकमात्र कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री और मध्य प्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया पर गंभीर आरोप लगाए थे| लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बुलाई गई बैठक में लोकसभा प्रभारी प्रभु सिंह ठाकुर भी मौजूद थे| इस दौरान कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि दीपक बाबरिया की वजह से जिले की 4 विधानसभा में कांग्रेस की हार हुई| उन्होंने चुनाव से पहले प्रत्याशी चयन का अजीबोगरीब फार्मूला लाने की बात कही, वहीं चुनाव के समय जिला अध्यक्ष बदले| इसका चुनाव में नुक्सान हुआ| विधायक ने कहा कि मेहरबानी करके दीपक बाबरिया वापस गुजरात चले जाए| लोकसभा चुनाव में दीपक बाबरिया फार्मूला नहीं चलेगा| इसके अलावा भी बावरिया को कई बैठकों और सभाओं में कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा, कहीं नारेबाजी तो कहीं धक्कामुक्की और रीवा में तो हाथापाई तक की नौबत आ गई थी| ऐसे ही कई मामले सामने आये जब बावरिया को विरोध झेलना पड़ा हो| वहीं बावरिया को अपने बयानों को लेकर भी विरोध का सामना करना पड़ा|
राजधानी भोपाल में आयोजित ओबीसी सम्मलेन में अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर बावरिया भावुक हो गए| उन्होंने कहा मेने अपने संस्कार और मूल्यो से कभी समझौता नही किया, मुझ पर इंदौर में दो लोगों ने टिकट बेचनें का आरोप लगाया। एक ने माफी मांग ली है। दूसरे को कोर्ट में ले जाऊंगा। बावरिया ने कहा मुझ पर 4 सीटें हरवाने का भी आरोप लगाया गया। लेकिन प्रत्याशी स्थति साफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा मैंने पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा। जो कुछ दिया पार्टी ने दिया। चुनाव जीतने के बाद मैंने गुजरात वापस जाने का अनुरोध किया था। लेकिन राहुलजी ने लोकसभा तक मप्र रुकने का कहा है। मैं खुद ही चला जाऊंगा, मुझे लोग वापस क्या भेजेंगे। उन्होंने कहा आरोप लगने से बड़ा आहत हूँ, दुखी हूं, में सच में अहमदाबाद जाना चाहता हूं | मैने कमलनाथ जी से भी अपनी बात कही है | बावरिया ने कहा बिना वजह किसी पर आरोप नहीं लगाएं, एकता बनाएं रखे| उन्होंने नाम लिए बगैर कहा जो आरोप लगाए गए अगर उनमे सच्चाई है तो खुद ही राहुल गांधीजी को मेरा इस्तीफ़ा पेश कर देना, दीपक बावरिया मध्य प्रदेश में कभी मुँह नहीं दिखायेगा| लेकिन बेबुनियाद बात करके किसी को आहात करने की चेष्टा न करें|