राम मंदिर के धन संग्रह को लेकर दिग्विजय सिंह का बयान, कहा- चंदा वसूली के नाम पर किया जा रहा माहौल खराब

Gaurav Sharma
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कांग्रेस दिग्विजय सिंह

भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। आयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के धनसंग्रह के लिए निकाली गई रैली के दौरान मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) और इंदौर (Indore) शहर में रैली में मौजूद लोगों पर पत्थरबाजी (Stone Pleating) का मामला सामने आया था। जिस पर शासन और प्रशासन ने सख्त कार्रवाई (Action) की थी। इसके साथ ही प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने पत्थरबाजों के खिलाफ कानून (Law Against Stone Pleaters) बनाने की घोषणा की है। प्रदेश सरकार पत्थरबाजों (Stone Pleaters) के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने पत्थरबाजी करने वालों पर राजसात की कार्रवाई करने की बात भी कही है।

किया जा रहा महौल खराब

वहीं प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) द्वारा भी पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का ऐलान किया गया है। इन सबके बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister and Congress leader Digvijaya Singh)  ने इंदौर, उज्जैन और मंदसौर में हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर निष्पक्ष जांच (Fair investigation) कर कार्रवाई कराने की मांग करते हुए ज्ञापन (Memorandum) सौंपा है। दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने आरोप लगाया है कि अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर निर्माण के लिए जो चंदा वसूली की जा रही है, वो समाज का माहौल खराब कर रही है। दिग्विजय सिंह का कहना है कि चंदा वसूली के लिए लाठी तलवार लेकर जाया जा रहा है और मुस्लिम मोहल्लों को टारगेट किया जा रहा है।

मुस्लिम मोहल्लों को किया जा रहा टारगेट 

दिग्विजय सिंह कहते हैं कि हमने एक भी दंगा नहीं होने दिया और चाहे हिंदू हो या मुसलमान जिसने भी भड़काने का प्रयास किया जिसने भी धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास किया उसके खिलाफ मैंने कार्रवाई की है और इसी के लिए मैंने मध्य प्रदेश से स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया और बजरंग दल को  बैन करने के लिए केंद्र सरकार को सिफारिश की थी। आगे पूर्व मुख्यमंत्री आगे कहते हैं कि आज मुझे इस बात का दुख है कि जिस तरह से यह घटनाएं हो रही है और भगवान राम के मंदिर के निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए मोहल्लों में हथियार लाठी तलवार लेकर जाया जा रहा है और भड़काने वाले नारे लगाकर और विशेषकर मुस्लिम मोहल्लों को टारगेट किया जा रहा है मैं इसका विरोध करता हूं।

हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ा जा रहा

पहली बात तो यह है कि केंद्र सरकार ने शासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार राम मंदिर निर्माण न्यास का गठन किया है जिसके अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी है। मैं जो लोग चंदा वसूली कर रहे हैं राम मंदिर के नाम पर उनसे यह पूछना चाहता हूं कि क्या आपको किसी ने अधिकृत किया है? क्या किसी ने आपको रसीद दी है चंदा उगाने के लिए या सिर्फ आप हिंदू मुस्लिम एकता को तोड़ने के लिए इस प्रकार का वातावरण प्रदेश में निर्मित कर रहे हैं।

मैं हूं बेहतर हिंदू

आगे दिग्विजय सिंह कहते हैं कि मैं एक डिवोटी हिंदू हूं, एक बेहतर हिंदू। मैं भाजपा के जितने भी नेता है, मैं उनसे दावे के साथ कह सकता हूं कि मैं बेहतर हिंदू हूं। सनातन धर्म सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखता है, वासुदेव कुटुंबकम में विश्वास रखता है। कौन लोग हैं जो देश में हिंदू मुसलमान एकता को बिगाड़ना चाहते हैं, जो स्वामी विवेकानंद की भावनाओं को बिगाड़ना चाहते हैं। मैं इसका विरोध करता हूं और आगे भी करूंगा। अगर सरकार नहीं मानेगी तो जो भी मुझे कार्रवाई करनी पड़ी मैं करूंगा। हिंदू मुस्लिम एकता इस देश की बुनियाद है। इस देश की आजादी में हिंदू और मुसलमानों ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी। आज वह लोग जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भाग तक नहीं लिया इस देश का माहौल बिगाड़ने चले हैं। हम उनको कामयाब नहीं होने देंगे।

प्रशासन को देना चाहिए जवाब

वही अपने द्वारा दिए गए ज्ञापन को लेकर दिग्विजय सिंह कहते हैं कि हमने ज्ञापन में कहा है कि उज्जैन मंदसौर इंदौर की घटनाओं की पूरी जांच होनी चाहिए और प्रशासन को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने इजाजत कैसे दे दी इस अजीब सी घटना की। पूर्व सीएम कहते है कि जिनके घर जलाए जा रहे हैं, जिनकी ट्रैक्टर और गाड़ियां तोड़ी जा रही है, जिनको गोली मारी जा रही है उनके ही खिलाफ मुकदमा दायर हो रहा है, यह कौन सा नया है ? हम मांग करते हैं कि कोई ऐसे रिटायर्ड चीफ सेक्रेट्री जो निष्पक्षता से इस पूरे मामले की जांच कर सके उनसे पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए।

कलेक्टर-एपसी को हटाया जाए

साथ ही दिग्विजय सिंह कहते हैं कि जिन जगहों पर माहौल बिगड़े हैं वहां के कलेक्ट्रेट एसपी को तत्काल हटा दिया जाना चाहिए। वहां पर दूसरे लोगों को पोस्ट करना चाहिए और जिन लोगों को नुकसान हुआ है उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए। मैं आगाह करना चाहता हूं जितने भी आईएएस आईपीएस ऑफिसर है वह संविधान से जुड़े हुए हैं। किसी पार्टी के वह गुलाम नहीं है और जिस तरह से संविधान का मखौल उड़ाया जा रहा है, नियम और कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है हम इसका विरोध करते हैं।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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