भोपाल। मध्य प्रदेश में रोजगार और निवेश के लिए सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं| निवेश के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल मीटिंग की| मिंटो हाॅल में आयोजित इस बैठक में मध्यप्रदेश के प्रमुख उद्यमियों सहित देश के जाने-माने उद्योग समूहों के प्रमुख व प्रतिनिधि शामिल हुए| बैठक में सीएम ने उद्योग समूहों के प्रतिनदीहियों से सीएम ने चर्चा की व प्रदेश के वर्तमान उद्योग परिदृश्य पर उनके अनुभव और सुझाव लिए| बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने, युवाओं को रोजगार, उद्योगों की समस्याओं और भविष्य की योजनाओं को लेकर फोकस करना था। बैठक में देश की 50 से ज्यादा शीर्ष कंपनियों के निदेशक, अधिकारी और प्रतिनिधि शामिल रहे।
सत्ता परिवर्तन के बाद निवेश को लेकर नजरिया बदला है| पिछली सरकार भी इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर इसी तरह उद्योगपतियों से चर्चा करती थी| लेकिन कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री कमलनाथ सीधे वन टू वन चर्चा कर रहे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन बाद में किया जाएगा। प्रदेश में उद्योगों के लिए सकारात्मक माहौल और स्थितियां बनें, ये इस बैठक में तय होगा। बैठक में कई ऐसी कंपनियों के प्रतिनिधि और निदेशक शामिल रहे जो पहले से ही मध्यप्रदेश में काम कर रहे हैं। बैठक में प्रदेश की उद्योग नीति को लेकर भी चर्चा की गई।
ये उद्योग समूह हुए शामिल
आईटीसी, अडानी, बिड़ला, क्रॉम्पटन, एचईजी, कोकाकोला, जमना ऑटो इंडस्ट्री, ल्यूपिन, फोर्स, प्रॉक्टर एंड गैंबल, शक्ति पंप, सन फार्मा, सूर्या रोशनी, सुजलॉन, सिंबायोसिस, ट्राइडेंट, वर्धमान, वॉल्वो आयशर सहित 50 उद्योग समूह बैठक में शामिल हुए