भोपाल| मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सरकार को घेरने मैदान में आ गए हैं| सरकार की घेराबंदी के लिए आने वाले दिनों में शिवराज सड़कों पर उतरेंगे| उनका कहना है कि प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है और सरकार कहीं जमीन पर दिख नहीं रही| उन्होंने भोपाल में कलेक्टर नहीं होने और प्रभारी कलेक्टर बनाये जाने का विरोध करते हुए सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि तबादले में व्यस्त सरकार में कांग्रेस कार्यालय में अफसरों की बोली लग रही है, अलग अलग गुट के नेताओं में पसंद के अधिकारी को कलेक्टर बनाने की होड़ लगी है, भोपाल और प्रदेश को अंधेर नगर बना दिया है, सरकार एक कलेक्टर तय नहीं कर पा रही है और मुख्यमंत्री कमलनाथ आंख बंद कर बैठे हैं| शिवराज भोपाल में मीडिया से चर्चा कर रहे थे|
पूर्व सीएम शिवराज ने कहा मध्यप्रदेश में अंधेर नगरी चौपट राजा वाला हाल है| 10 दिन से भोपाल में कलेक्टर ही नहीं है। हर नेता अपना आदमी बैठाना चाहता है, भोपाल को अंधेर नगरी बना दिया है। मुख्यमंत्री फैसला ही नहीं कर पा रहे हैं, कमलनाथ का सरकार चलाना मुश्किल हो गया है। कांग्रेस कार्यालय में अधिकारियों की बोली लग रही है, प्रदेश में अराजकता फैली हुई है। शिवराज ने कहा सरकार जलापूर्ति भी नहीं कर पा रही है, प्रदेश बिजली पानी के लिए तरस रहा है और एक बैठक तक सरकार ने नहीं की। उन्होंने कहा ग्वालियर चम्बल में फिर से डकैती चालू हो गयी है, हमने डकैतों का सफाया कर दिया था| वहीं अवैध उत्खनन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है, कंग्रेस के नेताओं ने खदाने बांट रखी हैं|
मुख्यमंत्री हो तो जिम्मेदारी उठाओ
शिवराज ने कहा बेटियों के खिलाफ हो रहे अपराध, किसान, गरीबी, अवैध खनन, आदिवासी के मुद्दो पर प्रदेश भर में भाजपा आंदोलन शुरू कर रही है, बलात्कारियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए सीजेआई को पत्र लिखा है| आज से आंदोलन शुरू कर कई चिट्ठियों को सीजेआई को भेजेंगे। किसान सम्मान निधी का पैसा प्रदेश सरकार किसानों के खाते में डलवाने की व्यवस्था जल्द करे। भाजपा की सरकार में बिजली की कोई समस्या नहीं थी। उन्होंने कहा कुछ भी होता है कमलनाथ आरोप भाजपा पर लगाते हैं, ऐसा नहीं चलेगा। हम बैठेंगे नहीं सड़कों पर उतरेंगे| खराब बिजली उपकरणों के आरोपों पर पर शिवराज ने कहा नांच न जाने आंगन टेड़ा, शासन चला नहीं पा रहे, मुख्यमंत्री हो तो जिम्मेदारी उठाओ|