भोपाल| मध्य प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है| राजधानी में बुधवार देर रात करीब 2 बजे तेज बारिश के साथ ओले गिरे। इस दौरान कई इलाकों में बिजली भी गुल रही। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे, बारिश की वजह से जहां एक बार फिर ठंड बढ़ गई है वहीं ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण मौसम में ये बदलाव देखने को मिला है। मौसम विभाग के मुताबिक 12 जिलों में आज भी बारिश के आसार हैं।
प्रदेश के 12 जिलों बैतूल, हरदा, खंडवा, देवास, सतना, छिंदवाड़ा, सागर, जबलपुर, राजगढ़, उमरिया, मंदसौर और नीमच में गुरुवार को बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार राजस्थान से विदर्भ तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अलावा एक अन्य सिस्टम भी बना है। इस वजह से कई जगह बारिश के साथ ओले गिरने का अनुमान है।
शहर में देर रात 1.35 बजे से 2 बजे के बीच में भोपाल समेत आस पास के इलाके में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। इस दौरान कई इलाकों की बिजली चली गई। करीब 10 मिनट तक छोटे ओले गिरते रहे। अचानक हुई इस ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है। भोपाल से लगे मंडीदीप, मिसरोद क्षेत्र में रुक रुक कर गरज चमक के साथ तेज बारिश हुई| वहीं नसरुल्लागंज, रेहटी, हरदा, होशंगाबाद, सीहोर, बैतूल, क्षेत्र में भी ओले गिरे हैं| राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। जिसके चलते पूरे प्रदेश में दिन और रात के तापमान में इजाफा हो गया है। इससे धूप में तल्खी बढ़ गई है। एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू काश्मीर में सक्रिय है। उसके प्रभाव से राजस्थान के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। साथ ही पंजाब, हरियाणा, विदर्भ से पश्चिम मप्र तक एक द्रोणिका (ट्रफ लाइन) बनी हुई है। हवा का रुख बदलकर दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हो गया है। इससे तापमान बढ़ने लगा है। साथ ही प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें पड़ने की संभावना भी बनी हुई है।
सीहोर में बारिश से फसलों को नुकसान
सीहोर जिले में बुधवार-गुरुवार रात अचानक गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। जिले के कई गांवों में बारिश के साथ ओले भी गिरे जिससे फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की सूचना है । इछावर तहसील के दर्जनों गांव अोलावृष्टि की चपेट मे आ गए औेर देखते ही देखते पांच-सात मिनट के अंदर ही किसानों की किस्मत रसातल मे समा गई। ग्राम गाजीखेड़ी निवासी सूरज वर्मा के अनुसार बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात किसानों पर भारी पड़ी, रात को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों के खेतों पर ओले की चादर बिछ गई। ओलावृष्टि से इछावर गाजीखेड़ी के आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए। कहीं 5 मिनट तो कहीं 20 मिनट तक ओलावृष्टि हुई सबसे अधिक नुकसान गाजीखेड़ी में हुआ जहां 50 ग्राम तक के ओले गिरे| इच्छावर तहसील के अनेक गांवों में ओलावृष्टि हुई गाजीखेड़ी, कालापीपल, मोहनपुर, बावड़ियानोआबाद, लसूड़ियाकांगर, कनेरिया, रात करीब एक बजे से शुरू हुई ओलावृष्टि से सड़कों और फसलों पर सफेद रंग की चादर बिछ गई चने के आकार से लेकर बेर के आकार तक के ओले गिरे।आधी रात को हुई ओलावृष्टि से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई उनका कहना है कि फसलों का सर्वे कराया जाए हमारी फसलें पूरी तरह खराब हो गई हैं।