भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में अंतर्कलह सामने आने लगी है। पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चौहान जहां खंडवा में आयोजित कार्यकर्ता महासम्मेलन में भड़के और कार्यक्रम में शामिल कुछ लोगों पर नाराजगी जाहिर की। वहीं दूसरी ओर पूर्व मंत्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू ने पार्टी अध्यक्ष राकेश सिंह को पत्र लिखकर मांग की है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय को हटाकर बाहर किया जाए । साथ ही उन्होंने जबलपुर के पूर्व महापौर प्रभात साहू पर भी विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों को हराने के आरोप लगाए हैं। हालांकि बब्बू के पत्र पर प्रदेश भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में खुलकर सामने आ रही गुटबाजी और अंतर्कलह की ख़बरों से पार्टी में हड़कंप मच गया है|
भारतीय जनता पाटी ने लोकसभा चुनाव के मद्र्देनजर प्रदेश भर में कार्यक्रम तय किए हैं। जिसके तहत प्रदेश भर में कार्यकर्ता महासम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में प्रदेश नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है। इसी क्रम में खडंवा में आयेाजित कार्यकर्ता महासम्मेलन में स्थानीय सांसद नंदकुमार चौहान एवं प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान जब कुछ कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे तब नंदकुमार चौहान समेत अन्य स्थानीय नेताओं को कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे शांत नहीं हुए। जिसको लेकर नंदकुमार चौहान भड़क गए और नारेबाजी कार्यकर्ताओं को जमकर फटकार लगा दी। कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा बार-बार नारे लगाते हुए व्यवधान उत्पन्न करने पर पार्टी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान तैश में आ गए। उन्होंने यहां तक कह दिया ये बदमाश लोग। ये गद्दार हैं। स्थिति बिगड़ते देख प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने मोर्चा संभाला और नंदकुमार चौहान को शांत किया। इस घटना को स्थानीय गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया गया कि नारेबाजी कर रहे जिन कार्यकर्ताओं को नंदकुमार चौहान ने पार्टी का सदस्य होने से इंकार किया है, उन्हें पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस का करीबी बताया जा रहा है। चुनाव हारने के बाद से ही चिटनीस सक्रिय हो गई हैं|
अभिलाष को बाहर करने की मांग
भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय भी पार्टी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। पूर्व मंत्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू ने प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह समेत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, संगठन महामंत्री रामपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जो चिट्ठी लिखी है उसमें पाण्डेय पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ भितरघात करने के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने पूर्व महापौर प्रभात साहू को लोकसभा चुनाव का प्रभारी बनाए जाने पर भी आपत्ति ली है। उन्होंने दोनों नेताओं को हटाने की मांग की है। साथ ही कहा है विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों नेताओं ने पार्टी नेताओं के खिलाफ काम किया था। यहां तक कि भाजयुमो अध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय ने कांग्रेस प्रत्याशी से मिलकर भाजपा को हराने का काम किया। यदि लोकसभा चुनाव में सही परिणाम लाना है तो दोनों नेताओं को बाहर करने की जरूरत है।
प्रदेश स्तर पर भी सामने आई गुटबाजी
भाजपा में गुटबाजी किस तरह से हावी हो रही है। इसका अंदाजा हाल ही में हुई जिलाध्यक्षों की नियुक्ति से लगाया जा सकता है। भोपाल शहर अध्यक्ष विकास वीरानी की नियुक्ति से भाजपा के दो गुट आमने-सामने हैं। यही स्थिति अन्य जिलों में भी देखने को मिली रही है। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के बीच भी मनमुटाव जैसी स्थिति है।