भारतीय सेवा का भविष्य उस नींव पर निर्भर करेगा जो आपके चरित्र, क्षमता और सेवा भाव से रखा जाएगा : सरदार वल्लभभाई पटेल

Civil Services Day 2023 : ‘तेरी क्यों सुने तू कहीं का कलेक्टर है क्या, तू बड़ा आया कलेक्ट्राई झाड़ने’ ये बात अलग अलग भाव के साथ आपको भारत के हर छोटे से छोटे गांव में भी सुनने को मिल जाएगी। क्योंकि इंसान चाहे पढ़ा लिखा हो या अनपढ़..कलेक्टर के पद और पावर को भलीभांति समझता है। हालांकि सिविल सर्विस का मतलब केवल कलेक्टर नहीं होता है। लेकिन ज्यादातर युवा जो इस प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होते हैं, उनका सपना किसी जिले का कलेक्टर बनना होता है।

लाखों युवा अपना घर छोड़कर दिन रात सिर्फ इसलिए मेहनत करते हैं कि वह इस सिविल सर्विस का एग्जाम को निकाल सके। कोई IAS बनना चाहता है तो कोई IPS तो कोई IFS तो कोई IRS। लक्ष्य केवल एक..एग्जाम को पार करना और देश के प्रति समर्पित भाव से सेवा प्रदान करना।

लेकिन जैसा कि कहा जाता है ” With Great Power Comes Great Responsibilties,” कुछ ऐसा ही हमें देखने को मिलता है सिविल सर्वेंट्स के साथ। और शायद इसीलिए भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने 21 अप्रैल 1947 को दिल्ली के मेटकाल्फ हाउस में ऑल इंडिया एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस ट्रेनिंग स्कूल के ट्रेनी सिविल सर्वेंट को संबोधित करते हुए कहा था कि “आप भारतीय सेवा में अग्रणी हैं और इस सेवा का भविष्य बहुत कुछ उस नींव और परंपराओं पर निर्भर करेगा जो आपके द्वारा आपके चरित्र, क्षमताओं और आपकी सेवा की भावना से रखी जाएगी।” इतना ही नहीं पटेल ने सिविल सर्वेंट्स को “Steel Frame Of India” कहा क्योंकि वह सिविल सर्वेंट्स को भारत की रीढ़ की हड्डी के रूप में देखते थे जिनका काम देश में सुशासन का अनुपालन कराना होगा।

सरदार पटेल द्वारा स्थापित की गई इन्हीं परंपराओं को आज पूरा देश पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। आज राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस है और भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई लोग अपने-अपने ढंग से देश भर के सिविल सर्वेंट्स को शुभकामनाएं दे रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी आज के दिन शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि ‘समस्त लोकसेवक साथियों को Civil Services Day की हार्दिक बधाई। आप सभी प्रदेश व देश की उन्नति में ऐसे ही समर्पित भाव से अविराम कार्य करते रहें और राष्ट्र तथा समाज उत्थान के सभी लक्ष्यों को पूर्ण करें, यही शुभेच्छा है।’


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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