भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 21 जुलाई को इंटरनेशनल टाइगर डे है। इस मौके पर जब भारत के बेस्ट वाइल्ड लाइफ डेस्टिनेशन की बात आती है तो मध्यप्रदेश का नाम सबसे पहले लिया जाता है। बांधवगढ़ और कान्हा नेशनल पार्क की वजह से मध्यप्रदेश वाइल्ड लाइफ के क्षेत्र में देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हो चुका है। वहीं मुकुंदपुर के जंगलों में दुनिया के पहले व्हाइट टाइगर सफारी (White Tiger) की शुरूआत की गई है।
International Tiger Day: टाइगर स्टेट होने पर गौरवान्वित सीएम शिवराज, कही बड़ी बात
वाइल्ड लाइफ ट्रेवलर्स के लिए सफेद बाघ जैसी अनोखी प्रजाति को देखना एक अनोखा अनुभव है। मुकुंदपुर जंगलों को सफेद बाघों का घर भी कहा जाता है। साल 1951 में यहा महाराजा मर्तंढसिंह ने पहली बार सफेद बाघों को देखा था। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 3 अप्रैल 2016 को विंध्य क्षेत्र के मुकुंदपुर में विश्व के पहले व्हाइट टाइगर सफारी का उद्घाटन किया था। सफेद बाघ करीब सौ साल पहले इसी इलाके में देखे गए थे। लगभग 25 हैक्टेयर में फैली इस सफारी में सफेद बाघ को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक आते हैं।
21 जुलाई को ग्लोबल टाइगर-डे के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों एवं टाईगर को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने वाले वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वन कर्मियों के प्रयासों से प्रदेश में टाइगर को अनुकूल माहौल प्राप्त हुआ, जिसके कारण टाइगर की संख्या में लगातार वृद्धि होती गई। उन्होंने कहा कि इस काम में लगी टीम इस संकल्प के साथ काम करे कि वे टाइगर को बचाएंगे भी और बढ़ाएंगे भी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि हम भौतिक प्रगति के साथ-साथ पर्यावरण के मध्य संतुलन बनाए रखें, जिससे जंगल में पर्यावरण भी बचे और टाइगर भी। टाइगर के साथ अन्य वन्य-प्राणी भी स्वतंत्र रूप से विचरण कर सकें।