दतिया, सत्येंद्र रावत। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (former chief minister kamalnath) के खिलाफ दतिया जिला प्रशासन (datia district administration) की शिकायत पर एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। यह एफआईआर भांडेर (bhander) में आयोजित कांग्रेस (congress) की आम सभा में हाईकोर्ट (High Court) के निर्देशों के विपरीत 100 से ज्यादा लोगों की उपस्थिति को लेकर की गई है। एसडीएम अरविन्द माहौर (SDM arvind mahaur) की रिपोर्ट पर भांडेर पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह बरैया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव, रामपाल सिंह सेंगर, नारायण सिंह, रामकुमार तिवारी, राधेलाल एवं बृजकिशोर शिवहरे व अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दरअसल एक जनहित याचिका के बाद में हाईकोर्ट ने यह निर्णय दिया था कि कोविड-19 के चलते किसी भी राजनीतिक सभा में सौ अधिक सबसे ज्यादा व्यक्ति उपस्थित होते हैं तो आम व्यक्ति भी उस सभा की फोटो खींच कर डाल सकता है और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई माना जा रहा है और कांग्रेस का सीधा आरोप है कि यह कमलनाथ की लोकप्रियता से घबराकर सरकार ने इस कार्रवाई करने के लिए दबाव डाला है। जबकि बीजेपी प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का साफ कहना है कि इस समय जिले में आचार संहिता लगी हुई है और चुनाव आयोग के मार्गदर्शन में ही पूरी तरह से जिला प्रशासन काम कर रहा है। ऐसे में किसी भी प्रकार से राजनीतिक दबाव की बात करना ही मूर्खतापूर्ण बात है। हालांकि इस एफआईआर के बाद में अब बीजेपी की सभाओं के खिलाफ भी क्या प्रशासन की कार्रवाई होगी, यह देखने वाली बात होगी।