Lok Sabha Elections 2024 : राहुल गांधी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि वो आरक्षण हटाना चाहती हाँ। उन्होंने कहा कि पब्लिक सेक्टर का निजीकरण कर भाजपा नौकरियों को ख़त्म कर रही है और एससी, एसटी, आदिवासियों का आरक्षण छीन रही है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि कांग्रेस युवाओं को एक उज्जवल और बेहतर भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीजेपी पर आरोप ‘हटाना चाहते हैं आरक्षण’
राहुल ने कहा कि ‘नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है- न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण। भाजपा सरकार ‘अंधे निजीकरण’ से सरकारी नौकरियों को ख़त्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है। 2013 में पब्लिक सेक्टर में 14 लाख स्थायी पद थे, जो 2023 तक आते आते सिर्फ 8.4 लाख ही बचे। BSNL, SAIL, BHEL आदि जैसे टॉप PSU’s को बर्बाद कर लगभग 6 लाख पक्की नौकरियां सिर्फ पब्लिक सेक्टर से ही ख़त्म कर दी गई – ये वही पद हैं जहां आरक्षण का लाभ मिलता। सरकारी कार्यों को ठेके पर देकर रेलवे जैसे संस्थानों में जो नौकरियां बैक डोर से ख़त्म की जा रही हैं उनकी तो कोई गिनती ही नहीं है। मोदी मॉडल का ‘निजीकरण’ देश के संसाधनों की लूट है, जिसके ज़रिए वंचितों का आरक्षण छीना जा रहा है। कांग्रेस की गारंटी है – हम पब्लिक सेक्टर्स को मज़बूत करेंगे और 30 लाख रिक्त सरकारी पदों को भर कर हर वर्ग के लिए रोज़गार का द्वार खोल देंगे।’
युवाओं को दी गारंटी
उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस आपको 5 ऐतिहासिक गारंटियां दे रही है जो आपकी तकदीर बदल देगी। 1. भर्ती भरोसा : 30 लाख सरकारी पदों पर तत्काल स्थायी नियुक्ति की गारंटी। 2. पहली नौकरी पक्की : हर ग्रेजुएट और डिप्लोमाधारी को एक लाख रू प्रतिवर्ष स्टाइपेंड के अप्रेंटिसशिप की गारंटी। 3. पेपर लीक से मुक्ति : पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून बना कर विश्वसनीय ढंग से परीक्षा के आयोजन की गारंटी। 4. GIG इकॉनोमी में सामाजिक सुरक्षा : GIG इकॉनोमी की वर्क फोर्स के लिए काम की बेहतर परिस्थितियों, पेंशन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी। 5. युवा रोशनी : ₹5000 करोड़ के राष्ट्रीय कोष से ज़िला स्तर पर युवाओं को स्टार्ट-अप फंड देकर उन्हें उद्यमी बनाने की गारंटी।’ राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं के सपनों को हकीकत बनाना कांग्रेस का संकल्प है।
नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है- न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण।
भाजपा सरकार ‘अंधे निजीकरण’ से सरकारी नौकरियों को ख़त्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है।
2013 में पब्लिक सेक्टर में 14…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 2, 2024