इंदौर, आकाश धोलपुरे।मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) के मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर (Indore) के खजराना इलाको में प्रतिबंध और रविवार को टोटल लॉकडाउन (Total Lockdown) के बावजूद भी ताजिए निकालने मामले में बड़ी कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने पूर्व पार्षद उस्मान पटेल, अंसार पटेल, मोहब्बत अली, इस्माइल पटेल और शहजाद पटेल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की है। बता दे कि अब सोमवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को टोटल लॉकडाउन समाप्त करने का ऐलान किया है।
इसके साथ ही नियमों का उल्लघंन और शांति भंग करने के मामले में 22 लोगों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।प्रशासन के इंटेलिजेंस पर उठे सवालों के बाद डीआईजी ने साफ कहा है कि कि खजराना में जो कानून का उल्लंघन हुआ, उस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए केस केस दर्ज किए गए हैं। टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है। वीडियो के आधार पर लोगों काे चिन्हित किया जा रहा है। वही कलेक्टर मनीष सिंह ने एसडीएम, सीएसपी और टीआई के खिलाफ शासन से शिकायत करने की बात कही है। इधर,दोषियों पर कार्रवाई को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी डीआईजी को ज्ञापन सौंपा था।
भाजपा विधायक मालिनी गौड़ ने लिखा सीएम को पत्र
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर भाजपा विधायक मालिनी गौड़ (BJP MLA Malini Gaur) ने सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखा है। गौड ने सीएम से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।गौड ने लिखा है कि रविवार की घटना को संयोग नहीं, बल्कि भय फैलाने की साजिश थी। इंदौर में इस प्रकार की घटना होने पूरे शहर के लिए खतरनाक है। इससे यह बात पता चलती है कि यहां का इंटेलीजेंस पूरी तरह से फेल है। इस प्रकार की घटना के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोग भी दोषी हैं। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होने के साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इंदौर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के आंकड़े
हैरानी की बात तो ये है कि इंदौर का खजराना भी कोरोना का हॉटस्पाट रह चुका है। अप्रैल में जब कोरोना शहर में फैलना शुरू हुआ था, तब सैकड़ों मरीज खजराना क्षेत्र से भी निकले थे। अभी भी यहां संक्रमण लगातार फैल रहा है और रोजाना 200 से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं।पिछले 24 घंटे में 258 की रिपोर्ट पॉजिटिव पॉजिटिव आई है, जिसमें भाजपा के दिग्गज नेता और महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे भी शामिल है, जिसके बाद जिले में कोरोना का आंकड़ा 13 हजार के पार पहुंच गया है और अबतक 400 के करीब मरीजों की मौत हो चुकी है।
ये है पूरा मामला
दरअसल, मध्यप्रदेश के मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर (Indore) में रविवार को सरकार की सख्ती के बावजूद ताजिए निकाले गए और सोशल डिस्टेंसिंग (Social distancing) की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई थी। यहां खजराना के बड़ला इलाके में बड़ी संख्या में लोगों ने ताजिए निकाले, जब पुलिस को यह सूचना मिली तो अधिकारी मौके पर पहुंचे और सभी को समझाकर ताजिए वापस रखवा दिए।हालांकि इस घटना के बाद अफसरों ने खजराना टीआई (TI) संतोष यादव को लाइन अटैच कर दिया था, वही एसडीएम सोहन कनाश को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। इस मामले में पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित 13 लोगों को धारा-188 के तहत प्रकरण दर्ज किया था । प्रशासन ने पूर्व में ही त्योहारों के दौरान जुलसू, रैली, झांकी, ताजिये निकालने पर रोक लगा रखी थी। इसे लेकर सुबह खजराना थाना परिसर में बैठक भी हुई थी और पुलिस अफसरों ने जुलूस नहीं निकलने की बात कही थी, बावजूद इसके ताजिए निकाले गए।खजराना के ताजिये के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद से प्रशासन पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है।