भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश विधानसभा (MP Assembly) में जारी बजट सत्र 2021 (Budget session 2021) के बीच शिवराज सरकार (Shivraj Government) में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) ने बड़ा ऐलान किया है। सिंधिया(Scindia) ने कहा कि खेल विभाग (Sports Department) द्वारा विधायक कप पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। वही अधिकारियों से कहा कि जिलों में टेलेंट सर्च डीएसओ (DSO) की जिम्मेदारी है, कोई एक्सक्यूस नहीं चलेगा।
यह भी पढ़े… Coronavirus: मप्र में बढ़ता कोरोना का कहर, होशंगाबाद-पचमढ़ी का मेला स्थगित
दरअसल, MP की राजधानी भोपाल में मंगलवार को मंत्रालय स्थित एनआईसी कक्ष में 23 में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने ग्वालियर (Gwalior), भोपाल (Bhopal), विदिशा, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना, जबलपुर (Jabalpur), नरसिंहपुर, बालाघाट, मंडला, इंदौर (Indore), खरगौन, झाबुआ, धार, उज्जैन (Ujjain), बैतूल, रतलाम (Ratlam), सीधी (Sidhi), सिंगरौली, रायसेन और सीहोर (Sehore) जिले के जिला खेल अधिकारियों से वर्चुअल की ।
बैठक में यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि खेल विभाग दो महत्वपूर्ण कम्पोनेन्ट पर विशेष रूप से कार्य कर रहा है। इसमें इन्क्लूसिव है राज्य में संचालित विभिन्न खेल अकादमियाँ और दूसरे एक्सक्लूसिव कम्पोनेन्ट है ग्रामीण परिवेश में टेलेंटर सर्च की। यह दोनों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ जिला खेल अधिकारियों की होगी। अब हर जिले के अधिकारियों के सहयोग के लिए पर्याप्त युवा समन्वयकों को जोड़ा गया है। उनसे अपेक्षा है कि अपने संबंधित जिले के हर तीन महीने, छ: महीने तथा साल भर की गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार कर संचालनालय में प्रस्तुत करें।
CM Helpline : मप्र में 2 पटवारियों पर एक्शन- 1 निलंबित, दूसरे का वेतन काटा
यशोधरा राजे सिंधिया ने निर्देश दिए कि हर जिला खेल अधिकारी जिले में खेलों को लेकर नवाचार कर उन्हें क्रियान्वित भी करें। हर जिले में फिट इंडिया कैम्पेन (Fit india campaign) के तहत साइकलोथोन, मैराथान, वॉकथान और योग की प्रतियोगिताएँ आयोजित कर आम नागरिकों को स्वस्थ्य रहने का संदेश पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ। हर युवा कोरडिनेटर अपने क्षेत्र के 50 से 60 आयु वर्ष के नागरिकों को सम्मिलित कर योग, स्ट्रेचिंग आदि के लिए प्रोत्साहित करें।
खेल मंत्री सिंधिया ने कहा कि विभाग द्वारा विधायक कप पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने सभी जिला खेल अधिकारियों को अपने क्षेत्र में प्रचलित अथवा विधायक (MLA) द्वारा चाहे गए खेल (Sport) की रूपरेखा तैयार कर संचालक से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए। मैपिंग द्वारा विधानसभा क्षेत्र (Assembly Area) चिन्हित करें, उस क्षेत्र में क्या खेल अधोसंरचना है, स्टेडियम की स्थिति, इंडोर हॉल है या नहीं, इसकी जानकारी तत्काल संचालनालय को छायाचित्र के साथ भेजें।
सरकारी नौकरी 2021: मप्र में 2850 पदों पर निकली वैकेंसी, जल्द करें आवेदन
खेल मंत्री सिंधिया ने बताया कि मार्च माह में प्रदेश के 11 मलखम्ब (Malkhamb) फीडर सेंटर के मध्य इंटर फीडर सेंटर प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है। 2005 में मलखम्ब को राज्य खेल घोषित किया गया था। इस प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य मलखम्ब के स्तर की पहचान करना है। इसके दूसरे राज्यों के निर्णायकों को बुलाया जायेगा। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कितने बच्चे अपना हुनर दिखा सकते हैं, इसकी मॉनिटरिंग की जा सकेगी। जैसे संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है, वैसे ही मलखम्ब हर खेल की जननी है। इस तरह के आयोजन हॉकी फीडर सेंटर के मध्य भी भविष्य में आयोजित किए जाने की बात कही।
मूक दर्शक ना बनें, खुद पहल करें
संचालक, खेल एवं युवा कल्याण पवन कुमार जैन ने जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि अप्रैल में होने वाले टेलेंट सर्च के लिए अभी से तैयारी करें। ग्राऊंड रख-रखाव का सुपरविजन करें। मूक दर्शक नहीं बने, खुद पहल करें। यह सुनिश्चित किया जाये कि प्रशिक्षक खिलाड़ियों को समय पर खेल सामग्री उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में स्टेडियम बने है और उनके रख-रखाव की व्यवस्था नहीं है, तो उसकी जानकारी तत्काल संचालनालय को भेजी जाये।