इंदौर।
जब भी विरोधी दल के नेता एक-दूसरे से मिलते है, तो सियासत के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो उठता है।इन दिनों मध्यप्रदेश में ये सिलसिला तेजी से चल रहा है। बीते दिनों कमलनाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी सायकिल चलाकर देश की पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन घर पहुंचे थे और अब केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू रविवार को मंत्री जीतू पटवारी के घर लंच करने पहुंचे। इस लंच ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। वही बीजेपी के दिग्गज नेताओं से पटवारी की लगातार मुलाकत ने भी कई सवालों को जन्म दे दिया है।
दरअसल, रविवार को केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू उज्जैन में एक स्विमिंग पुल के शुभारंभ के लिए पहुंचे थे।लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के निधन के चलते कार्यक्रम को निरस्त करना पड़ा। इसके बाद वे महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे थे और फिर वहां से होते हुए मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी के बिजलपुर स्थित निवास पर लंच करने पहुंचे । इस दौरान दोनो नेताओ ने प्रदेश और देश में खेलो के विकास पर चर्चा की ।
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कमलनाथ सरकार के मंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि मंत्री बनने के बाद जीतू पटवारी दिल्ली में उनसे मिलने पहुंचे थे। पटवारी ने मध्य प्रदेश के खेलों के क्षेत्र में किए जा रहे काम के बारे में बताया तो मुझे अच्छा लगा कि वे खुद स्पोर्टस मैन हैं, एक्टिव हैं और फिट भी हैं. अच्छा काम कर रहे हैं। रिजिजू ने कहा कि मध्य प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने में केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी। प्रदेश में ट्रेनिंग अकादमी और खेल की बुनियादी सुविधाओं के लिए केन्द्र सहायता देगा. रिजिजू ने मध्य प्रदेश सरकार के खिलाड़ियों के लिए दिए गए आरक्षण के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत को खेलों में महाशक्ति बनाने के लिए केन्द्र और राज्यों को तालमेल करके काम करना होगा, क्योंकि ओलंपिक में एक-दो मेडल से काम नहीं चलेगा।