भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board of Secondary Education) के 10वीं-12वीं के छात्रों के लिए काम की खबर है।स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद 5 मार्च से कॉपियों का मूल्यांकन का काम शुरू होगा और इसके तहत 28 फरवरी तक हो चुकी दोनों परीक्षाओं की कापियां चेक होंगी।इसके लिए विभाग ने शिक्षकों की एक टीम बनाई है, जो दो चरणों में कॉपियां चेक करेगी।मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मंडल ने सबसे खराब और सबसे अच्छे अंक लाने विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
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MP Board द्वारा पहले चरण में करीब 60 लाख कॉपियो का मूल्यांकन किया जाएगा और फिर। मार्च में होने वाले पेपरों की कापियां 16 मार्च से चेक की जाएंगी। खास बात ये है कि मूल्यांकन जिला स्तर पर किया जाएगा। सभी कॉपियों के चेक होने के बाद रिजल्ट तैयार होगा और जारी किया जाएगा। इस संबंंध में बोर्ड ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 10वीं-12वीं का मई तक रिजल्ट आने की संभावना है।
कॉपियों के मूल्यांकन के लिए स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) द्वारा करीब 30000 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जो करीब 1 करोड़ कॉपियां चेक करेंगे। मूल्यांकनकर्ताओं को 10वीं की प्रति कापी जांचने पर 12 रुपये और 12वीं के लिए 13 रुपये के साथ प्रतिदिन आने-जाने का भत्ता दिया जाएगा। मूल्यांकन कार्य प्रतिदिन सुबह 9.30 बजे से शुरू होगा। एक शिक्षक को प्रतिदिन न्यूनतम 30 व अधिकतम 45 उत्तरपुस्तिकाएं जांचने के लिए दी जाएंगी।मूल्यांकन केन्द्रों पर सख्ती रहेंगी।मूल्यांकन के दौरान केंद्रों पर धारा 144 लागू रहेगी।
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मूल्यांकन केंद्र के अंदर एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा और जांच आदर्श उत्तर के अनुसार विद्यार्थी को हर स्टेप के नंबर मिलेंगे। खास करके कक्षा 12वीं की कॉपियां बड़ी सावधानी और सघनता से चेक की जाएंगी, ताकी छात्रों का नुकसान ना हो। मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मंडल (MPBSE) ने सबसे खराब और सबसे अच्छे अंक लाने विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। ऐसे विद्यार्थी जिन्हें एक नंबर भी न मिला हो या जिनके नंबर 90 फीसद से अधिक हों, उनकी कापियां दोबारा जांची जाएगी।वही एक या दो अंक से किसी विषय में विशेष योग्यता या प्रथम श्रेणी की पात्रता से वंचित होने वाले परीक्षार्थियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा