MP Electricity/MP Farmers : मध्य प्रदेश के रुठे मानसून और कम बारिश के बाद अब ऊर्जा विभाग ने किसानों की टेंशन बढ़ा दी है। ऊर्जा विभाग ने बिजली सप्लाई में कटौती का प्लान जारी किया है, इसके तहत अब किसानों को सिंचाई के लिए केवल 7 घंटे बिजली मिलेगी, वही 24 घंटे के अंतराल में 17 घंटे कटौती रहेगी।पहले 10 घंटे बिजली मिलती थी।
बारिश में कमी होने के चलते ऊर्जा विभाग ने बिजली सप्लाई में कटौती के प्लान लागू करने का फैसला लिया गया है, इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 11 केवी फीडर से की जाने वाली सप्लाई में कटौती को लेकर 3 कैटेगरी के जिलों में रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक और सुबह 10 से दोपहर बाद 4 के बीच बिजली सप्लाई का टाइम अलग-अलग शेड्यूल में तय किया गया है।इसके अलावा सुबह 5 से 10 के बीच और शाम 5 से रात 11 बजे के बीच पीक आवर्स के लोड के चलते इस अवधि में जिलों में ग्रामीण क्षेत्र की फीडर सप्लाई बंद रहेगी। यह प्लान 2 सितंबर से दो-तीन दिन के लिए लागू करने के नाम पर जारी किए गए हैं।
जानिए किस जिले को किस कैटेगरी में रखा
ए कैटेगरी: मंडला, पन्ना, रीवा, अनूपपुर, दमोह, भिंड, गुना, ग्वालियर, अशोक नगर, दतिया और मुरैना जिले शामिल हैं।
बी कैटेगरी: सिवनी, शहडोल, भोपाल सिटी, शाजापुर, मंदसौर, बुरहानपुर, जबलपुर सिटी, विदिशा, बालाघाट, सीधी, रायसेन, झाबुआ, रतलाम, छतरपुर, डिंडौरी, कटनी, राजगढ़, सीहोर, टीकमगढ़, नरसिंहगढ़, इंदौर सिटी, सागर, सतना, धार, बड़वानी, देवास, आगर, नीमच, उज्जैन, बैतूल, खंडवा, खरगोन, छिंदवाड़ा, श्योपुर, शिवपुरी, होशंगाबाद, हरदा जिले और बुधनी विद्युत संभाग शामिल किए गए हैं।
सी कैटेगरी: सिंगरौली और उमरिया।
किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
ऊर्जा विभाग द्वारा नया प्लान जारी करने के बाद किसानों में गुस्सा फूट पड़ा है। खरगोन जिले में विद्युत वितरण कंपनी के बिजली देने के शेड्यूल बदलने पर किसानों ने खंडवा वडोदरा स्टेट हाईवे, इंदौर-खरगोन और सनावद-खरगोन मार्ग पर एक साथ चक्काजाम कर दिया है। किसानों ने कंपनी को चेतावनी भी दी है कि अगर दो दिन में इस शेड्यूल में सुधार नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
किसानों ने बताया कि वर्तमान में मात्र 7 घंटे बिजली से हमारी पूर्ति नहीं होती, इसे बढ़ाया जाए। विभाग हमारी पुलिस रिपोर्ट करने के धमकी दे रहा है तो हम भी अपनी गिरफ्तारी देने को तैयार है। समस्त किसानों ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार को वोट नहीं करेंगे। वही विभाग का कहना है कि जो शेड्यूल बना है उसी के अनुसार बिजली मिलेगी।
कमलनाथ ने सीएम से की ये मांग
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रदेश में इस बार भीषण सूखे की स्थिति बन रही है।प्रदेश के अधिकांश हिस्से में कम वर्षा हुई है। जलाशयों में पानी पूरी तरह से नहीं भर पाया है। फसलें सूख रही हैं। प्रदेश की अधिकांश किसान आबादी इससे सीधी प्रभावित हो रही है।मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वह उत्सव मोड से बाहर आएं और तत्काल सर्वे कार्य शुरू कर किसानों को राहत देने की व्यवस्था शुरू करें। कल मुख्यमंत्री का जो बयान सामने आया, वह चुनौती का सामना करने से अधिक आपदा को अवसर में बदलने की चालबाजी जैसा प्रतीत हुआ। प्रदेश की जनता ने पूर्व में भी देखा है कि शिवराज सरकार आपदा को अपने हित में अवसर में बदल लेती है और जनता के लिए संत्रास पैदा करती है।जनता को झूठे वादों की नहीं, सच्चे इरादों की जरूरत है।
प्रदेश में इस बार भीषण सूखे की स्थिति बन रही है। प्रदेश के अधिकांश हिस्से में कम वर्षा हुई है। जलाशयों में पानी पूरी तरह से नहीं भर पाया है। फसलें सूख रही हैं। प्रदेश की अधिकांश किसान आबादी इससे सीधी प्रभावित हो रही है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वह उत्सव मोड से बाहर आएं…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 3, 2023