भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) द्वारा प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी घोषणा की गई है। दरअसल अगले साल तक मध्य प्रदेश में 1 लाख युवाओं को शासकीय सेवा (Government Jobs) में भर्ती की जाएगी। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी छात्रों को शासकीय नौकरियां नहीं दी जा सकती। जिसकी वजह से प्राइवेट सेक्टर (Private Sector) में भी नौकरी के अवसर बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
दरअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर इंदौर में मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 1 साल में सरकारी नौकरी में 44000 सरकारी नौकरियों में हमने भर्ती की है। अगले साल तक एक लाख युवाओं को शासकीय सेवा में लिया जाएगा।
इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से प्रदेश में बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है। इसके लगातार नवीन प्रयास भी जारी है। रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं लगातार हर विभाग में वैकेंसी निकाली जा रही है। वहीं मध्यप्रदेश में अब तक 38000 करोड का निवेश आया है। औद्योगिक Hub के रूप में मध्यप्रदेश तेजी से उभर कर सामने आ रहा है।
MP: सीएम शिवराज ने प्रदेश की बेटियों-महिलाओं के लिए की बड़ी घोषणा, अधिकारियों को दिए निर्देश
इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि हमने तय किया कि एक लाख रोजगार हर महीने लोगों को देंगे। 2 महीने में हमने 5,24000 लोगों को स्वरोजगार के लिए अलग-अलग योजनाओं में Loan दिलवाया है। जिससे उनकी आजीविका की गाड़ी पटरी पर आई है। वहीं 25 फरवरी के दिन भी फिर से एक बार रोजगार दिवस मनाया जाएगा।
इसके साथ ही बड़ी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अन्नपूर्णा योजना के तहत 16000 करोड 1 साल में गरीबों को राशन देने में खर्च किया गया है। वहीं 7 तारीख को दिन उत्सव का होता है। गरीबों को राशन प्रदान किया जाता है और यह प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी।
वही सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश में CM Rise School खोलने के लिए 18 से 26 करोड़ तक के भवन निर्मित किए जाएंगे। हर एक बच्चे में प्रतिभा होती है। उन्हें अवसर मिलने की देरी होती है। शिवराज सरकार द्वारा बच्चों को अवसर प्रदान करवाया जाएगा ताकि गरीब सामान्य परिवार के बच्चे असाधारण प्रतिभा का परिचय देते रहे।