Surendra Sharma’s open letter to Rahul Gandhi : बीजेपी नेता सुरेंद्र शर्मा ने राहुल गांधी के नाम खुला पत्र लिखा है। इसमें उन्होने उनकी जाति को लेकर सवाल किए हैं। इसी के साथ उनकी भारत जोड़ो यात्रा और टीशर्ट पर भी तंज किया है। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने अपने पत्र में कहा है कि आखिर उनकी वंशावली क्या है, वे इस बात का पता लगाएं। बता दें कि इन दिनों राहुल गांधी की यात्रा कश्मीर में हैं और नेहरू परिवार का वहां से गहरा नाता रहा है। इसी को लेकर बीजेपी नेता ने सलाह दी है कि वो कश्मीर में अपने पुरखों के गांव जाकर वहां प्रणाम करें और उनकी जाति और गोत्र का भी पता लगाएं।
राहुल गांधी के नाम खुला पत्र
सुरेंद्र शर्मा ने इस खुले पत्र में लिखा है ‘आदरणीय आपकी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कुछ नेताओं ने चुनावी फायदे के लिये आपको लेकर पिछले 5 साल से एक बहस छेड़ी हुई है। पिछली बार 2017 के गुजरात चुनाव के समय आपकी पार्टी के नेताओं ने आपको जनेऊधारी ब्राह्मण और उसके बादआपका गौत्र दत्तात्रेय बता दिया गया, ठीक वैसे ही जैसे अक्षय कुमार की “jolly llb” में कश्मीर के एक इकबाल क़ादरी का बताया गया था। हालांकि आपने आज तक कभी सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया की आप हिंदू हैं। फ़िरोज जी के पौत्र होने के कारण आप हकीक़त में तो पारसी हैं, गाँधी जी के दत्तक खानदान के होने से आप वैश्य हुए, नेहरू खानदान को कुछ लोग कश्मीरी ब्राह्मण मानते हैं कुछ को उनके भी ब्राह्मण होने पर संदेह है क्योंकि कश्मीर में कोई दूसरा नेहरू खानदान है ही नहीं। मोतीलाल जी नेहरू के पूर्वजों के नाम खोजने पर सुलतान और ग्यासुद्दीन यह मिलते हैं उसके पहले की कोई वंशावली प्राप्त नहीं होती है, हमेशा यह तो बताया जाता रहा कि नेहरू खानदान कश्मीरी ब्राह्मण हैं लेकिन वह कश्मीर के किस जिले के किस गांव से हैं यह जानकारी आज तक अप्राप्त है।’
आगे उन्होने लिखा है कि ‘आपकी यात्रा अब लगातार कश्मीर में रहेगी तो क्यों न आप कश्मीर में मोतीलाल नेहरू जी के परदादा जी के गाँव जाकर अपने पुरखों को प्रणाम करें। आपकी यात्रा के समापन के साथ साथ आपकी जाति और गौत्र का विवाद भी समाप्त हो जाये तो कितना अच्छा रहे ? उम्मीद है आपके मार्गदर्शक श्री दिग्विजय सिंह और सलाहकार श्री जीतू पटवारी आपके साथ जुड़े इस विवाद को हल करने में आपकी मदद करेंगे।’ इस तरह एक बार फिर बीजेपी ने राहुल गांधी की जाति का मुद्दा उछाला है। मध्य प्रदेश में चुनावी साल और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मद्देनज़र इस पत्र के कई सियासी मायने हैं और इस बात से हंगामा उठने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।