MP News : वादा तेरा वादा..शिवराज और कमलनाथ ने किए एक दूसरे से सवाल

Shivraj-Kamal Nath questioned each other : सीएम शिवराज सिंह चौहान रोज एक सवाल पूछने की कड़ी में बुधवार को फिर कांग्रेस के वचनपत्र से एक वादा लेकर आए हैं। इसी के साथ उन्होने कहा है कि खिसियानी बिल्ली की तरह इधर उधर की बातें की जा रही है। कांग्रेस झूठ बोलने में माहिर है और झूठे वचनपत्र पर ही उन्होने पिछली बार वोट मांगे थे और कोई वचन पूरा नहीं किया। वहीं कमलनाथ ने भी सवाल के बदले सवाल करते हुए कहा है कि ‘आप किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता की ओर से मैं 11वां सवाल पूछता हूं। हिम्मत हो तो जवाब दीजिए।’

सीएम शिवराज का सवाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मैं आज फिर उनके वचन पत्र का एक वादा, उनको क्या अब तो जनता को ही याद दिला रहा हूं। इन्होंने कहा था, “200 से लेकर 500 हेक्टेयर विशेष कृषि क्षेत्र विकसित किए जाने के साथ एक ही स्थान पर कृषि उपकरण, सिंचाई विद्युत, बीज उपचार, मिट्टी परीक्षण, भंडारा की सुविधा देने और इन क्षेत्रों को मंडी कर से मुक्त करने का वादा कमलनाथ जी और कांग्रेस ने किया था। अब जनता पूछ रही है कि ये वादा पूरा क्यों नहीं किया। झूठे वादे करना और भूल जाना, झूठ बोलना और जनता को भ्रमित करना यह कांग्रेस और कमलनाथ जी का काम रहा है।’ इसी के साथ उन्होने कहा कि राहुल गांधी और कमलनाथ जी के नेतृत्व में पूरी कांग्रेस ही होल्ड पर रखी हुई है। इसी तरह अब जनता भी कांग्रेस को होल्ड पर ही रखने वाली है।

कमलनाथ ने पूछा ये प्रश्न

सवालों का सिलसिला दोनों ओर से जारी है। शिवराज के सवाल के जवाब में कमलनाथ भी एक सवाल जड़ देते हैं। बुधवार को उन्होने ट्वीट करते हुए पूछा है कि ‘दो न होयं एक संग भुवालू हंसब ठठाय फुलायिब गालू। शिवराज जी, हंसना और गाल फुलाना, दोनों एक साथ नहीं हो सकते। इसी तरह सत्ता और विपक्ष में बैठना भी एक साथ नहीं हो सकता। सौदेबाजी से आप मुख्यमंत्री तो बन गए, लेकिन पद की गरिमा नहीं समझ पाए। आप किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता की ओर से मैं 11वां सवाल पूछता हूं। हिम्मत हो तो जवाब दीजिए: आपने “हर हाथ, एक काज योजना’ के तहत प्रदेश के हर परिवार के एक बेरोजगार व्यक्ति की आय सुनिश्चित करने का वादा किया था। आपने यह वादा क्यों नहीं निभाया और क्यों मध्य प्रदेश में आज 30 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं?’ इस तरह सवालों की बौछार तो दोनों तरफ से हो रही है, लेकिन उनका सही सही जवाब कहीं से नहीं आ रहा है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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