Politics of questions continues in Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश की सवालों की सियासत जारी है। एक तरफ सीएम शिवराज सिंह चौहान हर दिन कमलनाथ से एक सवाल पूछ रहे हैं..वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी इसका जवाब सवाल करके ही दे रहे हैं। यूं सवाल पर सवाल..सवाल दर सवाल..सिलसिला जारी है और जनता को कोई जवाब नहीं मिल रहा। गुरूवार को सीएम शिवराज ने कहा है कि मध्यप्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में विकास यात्रा चल रही है। लोकार्पण, भूमि पूजन के कार्य होने के साथ पात्र व्यक्तियों को विभिन्न योजनाओं का स्वीकृति पत्र देने का काम हो रहा है। विकास यात्रा के मध्यम से जनसेवा का एक महायज्ञ चल रहा है। उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार मिशन के लिए होती है लेकिन कमलनाथ जी ने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई। सीएम ने कहा कि झूठे वादे उजाकर करना मेरा धर्म है और इसी के साथ साथ उन्होने कांग्रेस से आज का सवाल किया। वहीं कमलनाथ ने भी उनपर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जनता आपकी घोषणाओं का हिसाब मांग रही है।
सीएम शिवराज ने किया ये सवाल
मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि ‘कमलनाथ जी ने सवा साल कमीशन की सरकार चलाई। वल्लभ भवन में बैठ कर कमीशन हड़पने का काम किया है। उनकी सरकार झूठ की बुनियाद पर खड़ी थी, अब फिर आसमान के तारे तोड़कर लाने की बात कर रहे हैं। अपने वचनपत्र में उन्होंने कहा था कि मिट्टी व बीज परीक्षण की निःशुल्क सुविधा देंगे। सिंचाई साधनों की अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। क्यों पूरा नहीं किया?’ वहीं कांग्रेस में मचे अंदरूनी घमासान और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर हो रही बयानबाजी पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा कि ‘दिल बहलाने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है…. कांग्रेस का कोई धनी-धोरी प्रदेश क्या देश में ही नहीं है। उनके नेता कह रहे हैं कि अभी मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं है। जनता कह रही है कि कांग्रेस की सरकार नहीं आनी है।’