बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया….”अलविदा खुर्रम साहब”

भोपाल शहर की एक अज़ीम शख्सियत जिस ने अपने हसीन इखलाक से मुसलमानो के ही दिल नही बल्कि हर कौम हर मजहब के लोगो के दिलो पर राज़ किया, उनके निधन की खबर ने उनके चाहने वालों के साथ ही उन्हे जानने वालों की आँखों को भी नम कर दिया।

BHOPAL NEWS : बेहद सादे मिजाज़ के धनी सूफ़ी संत ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के सदर (अध्यक्ष) एवं अज़ीम शख्सियत जनाब डॉक्टर ओसाफ़ शाहमीरी खुर्रम साहब का शुक्रवार को निधन हो गया। खुर्रम साहब इस दुनियाएं फानी से पर्दा फरमा गए, भोपाल शहर की एक अज़ीम शख्सियत जिस ने अपने हसीन इखलाक से मुसलमानो के ही दिल नही बल्कि हर कौम हर मजहब के लोगो के दिलो पर राज़ किया, उनके निधन की खबर ने उनके चाहने वालों के साथ ही उन्हे जानने वालों की आँखों को भी नम कर दिया। महज 62 साल की उम्र में उन्होंने भोपाल के डीआईजी बंगले स्थित आरिफ नगर में अपने घर पर ही अंतिम सांस ली, अपने पीछे वह पत्नी, तीन बेटियाँ और दो बेटों को छोड़ गए है।

अलग शख्सियत थे सूफी अंदाज के खुर्रम साहब

खुर्रम साहब के लिए कहा जाता है कि उनका कलम हमेशा हक और इंसाफ के लिये चला जिस ने अपने बुजूर्गो की तालीम को आम किया जिस ने नफरत को दूर कर मोहब्बत को आम का पैगाम दिया आज वो खुर्रम साहब हमारे दरमियान नही रहे, उन की नमाज़े जनाज़ा उनके बडे बेटे जनाब दानिश खुर्रम मिया ने बडे बाग कब्रिस्तान के शेड मे बाद नमाज़े असर पढ़ाई सब लोगो ने नम आखों से खुर्रम साहब को आखरी दीदार कर सुपुर्दे खाक किया इस मौके पर उनके छोटे बेटे जनाब एहमाद खुराम मिया ने दुआएं मगफिरत की, खुर्रम साहब का जनाजा आरिफ नगर घर से उठा, खुर्रम साहब के जनाज़े मे विधायक आरिफ मसूद, विधायक जनाब अतीफ अकील, एहले सुन्नत वल ज़मात सकलैनी जामा मस्जिद के सदर जनाब सूफी नूर उद्दीन सकलैनी साहब के साथ शहर के मोआज्ज़ा लोग भी शामिल हुये। 28 जुलाई 2024 बारोज इतवार को सकलैनी जामा मस्जिद मे जनाब मरहूम खुर्रम मिया के इसाले सवाब के लिये मस्जिद मे दिन मे 2 बजे कुरान खानी, फाताह खानी होगी।

फतवा जारी करने के लिए थे मशहूर नवाब पटौदी के लिए किया था फतवा जारी

भोपाल के रहने वाले ओसाफ़ शाहमीरी खुर्रम साहब ने समाज की अच्छाई के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था उन्होंने इसके एवज में कभी किसी से समझौता नहीं किया,खुर्रम साहब ने महसूर क्रिकेटर और अभिनेता सैफ अली खान के पिता नवाब पटौदी के खिलाफ भी फतवा जारी कर दिया था, खुर्रम साहब ने पीएम मोदी के एक पेड़ माँ के नाम अभियान की शुरुआत बहुत पहले ही कर दी थी, जिसे एक बशर एक शजर नाम दिया था यानि एक व्यक्ति एक पेड़ लगाएगा,खुर्रम साहब अपनी अलग पहचान और जुदा अंदाज के लिए पूरे देश में जाने जाते थे, सूफिज़्म का एक नया तारुख उन्होंने पेश किया था, सूफी प्रवृति के खुर्रम साहब खवाजा गरीब नवाज के वंशज माने जाते थे। एमपी ब्रेकिंग न्यूज की तरफ़ से उन्हे आखिरी सलाम……..


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Sushma Bhardwaj

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