MP News: बच्चों के लिए CM Shivraj की बड़ी घोषणा, कई विकास कार्यों का लोकार्पण

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में उपचुनाव (MP By-election) से पहले सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने प्रदेश के छात्रों के लिए बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) ने कहा है कि प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। जिसे पूरा करने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। CM Shivraj आज मिंटो हाल सभा कक्ष से प्रदेश में 13 जिलों में स्कूल शिक्षा विभाग के 36 नवीन स्कूल भवन और अन्य सुविधाओं का लोकार्पण कर रहे थे। CM Shivraj ने जनजातीय कार्य विभाग के 9 जिलों के 58 शैक्षणिक भवनों के लिए भूमि पूजन भी किया।

CM Shivraj ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) और जनजातीय कार्य विभाग जहां योग्य शिक्षकों की नियुक्ति करने और अन्य शिक्षण सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान दें, वहीं लोक निर्माण विभाग के PIU द्वारा अच्छे भवन निर्मित किए जाएं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश (aatmnirbhar MP) के रोड मैप (roadmap) में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उसके फलस्वरूप विद्यार्थियों को योग्यता के अनुरूप रोजगार दिलवाने की दिशा में निरंतर कार्य की आवश्यकता है।

शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं

CM Shivraj ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं करेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शैक्षणिक सुविधाओं के विस्तार का कार्य निरंतर चलेगा। हमने बेटियों की शिक्षा के लिए विशेष ध्यान दिया है। प्रदेश में नए हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों की स्थापना हुई है। यही कारण है कि बच्चे बड़ी संख्या में स्कूल जा रहे हैं। किसी भी कीमत पर शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं करेंगे।

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प्राइमरी, मिडिल हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल लगातार खोले गए हैं। हजारों की संख्या में गांव स्कूल भवन विहीन थे। शालेय शिक्षा और जनजातीय कार्य दोनों विभाग मिलकर ब्रेन स्टार्मिग करें, योग्य शिक्षकों का चयन भी हो ताकि हम प्रदेश की शिक्षा का सकारात्मक रूप से परिदृश्य बदल दें।

CM Shivraj ने कहा कि प्रायमरी स्कूलों में बच्चे नियमित स्कूल जा रहे हैं। इसका बड़ा कारण सुविधायुक्त स्कूल भवन का बन जाना है। UPSC में भी प्रदेश के चार गुना बच्चे चयनित हो रहे हैं। स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा दोनों के क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। CM Shivraj ने शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही विद्यालय भवनों में प्रयोगशाला, पुस्तकालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

एक परिसर में KG से 12वीं तक के विद्यार्थी पढ़ेंगे

CM Shivraj ने कहा कि MP में 9 हजार 200 सुविधायुक्त CM Rise School प्रारंभ होंगे। वित्त वर्ष 2021-22 में प्रदेश में 350 स्कूल सीएम राइज स्कूल के रूप में विकसित होंगे। 18 से 24 करोड़ रूपये लागत के स्कूल भवन बनाए जायेंगे। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 25-30 किलोमीटर परिधि में इनकी व्यवस्था होगी। अगले तीन साल में इन विद्यालयों में एक ही शिक्षण परिसर में केजी से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के बच्चे पढ़ेंगे। जनजातीय क्षेत्रों में भी 95 सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। सीएम राइज स्कूल की योजना के क्रियान्वयन में सभी विभाग मिलकर सहयोग करें।

PIU उपयोगी एजेंसी बनी

लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यालय भवनों के निर्माण का कार्य तेज करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। उन्होंने परियोजना क्रियान्वयन इकाई (PIU) का गठन वर्ष 2010 में किया था। इससे शासकीय भवनों के निर्माण का कार्य मितव्ययी तरीके से और समय सीमा में होने लगा है। यह पिछले डेढ़ दशक का क्रांतिकारी परिवर्तन है। गोपाल भार्गव ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री श्री चौहान इसकी कल्पना नहीं करते तो आज शिक्षा जगत में भवनों की उपलब्धता की यह आदर्श स्थिति निर्मित हो ही नहीं सकती थी।

नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में MP आगे

शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरसिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में विद्यालय भवनों का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण ढंग से हुआ है। काफी समय से इन भवनों की आवश्यकता थी। वित्तीय संसाधन उपलब्ध हो जाने से कार्य संभव हुए। इंदरसिंह परमार ने कहा कि CM Shivraj ने सीएम राइज योजना के लिए 1500 करोड़ रुपए की राशि के आवंटन का महत्वपूर्ण कदम उठाया। इसके साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत मध्यप्रदेश में अच्छा कार्य हो रहा है। मध्य प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में नई राह पर चलना प्रारंभ किया है। शिक्षकों के चयन का कार्य बहुत गंभीरता पूर्वक किया जा रहा है ताकि विद्यार्थी लाभान्वित हों। कार्यक्रम लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ भी उपस्थित थे।

अब पेड़ों के नीचे स्कूल नहीं

जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने कहा कि एक समय था जब प्रदेश में पेड़ों के नीचे स्कूल लगते थे । भवनों का अभाव था। विद्यालय और विद्यार्थी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। CM Shivraj ने सदैव शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया है। इसका लाभ प्रदेश के शिक्षा जगत को मिल रहा है।


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