Kamal Nath in favor of Asha-Usha workers : पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर आशा-उषा कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि वेतन संबंधित मांगों को लेकर ये 15 मार्च से हड़ताल पर चल रही हैं लेकिन सरकार ने अब तक इनसे बातचीत करना भी जरूरी नहीं समझा है। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री ने आशा-उषा कार्यकर्ताओं से माफी मांगने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ‘मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का रवैया आशा उषा कार्यकर्ताओं के प्रति अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है। प्रदेश भर में आशा उषा कार्यकर्ता पिछले 1 महीने से लगातार हड़ताल पर हैं और सरकार इनकी मांगे मानना तो दूर इनसे बातचीत भी नहीं कर रही है।सरकार के इस रवैये से आशा कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है। कल ग्वालियर में अपनी वाजिब मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रवास के दौरान अपना मांग पत्र देना चाहा तो उनके साथ अपराधियों की तरह सुलूक किया गया और उनके ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज कर लिए गए। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि वे सबसे पहले आशा कार्यकर्ताओं से माफी मांगे, उनकी जायज मांगे स्वीकार करें और उन पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस लें।’
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का रवैया आशा उषा कार्यकर्ताओं के प्रति अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है।
प्रदेश भर में आशा उषा कार्यकर्ता पिछले 1 महीने से लगातार हड़ताल पर हैं और सरकार इनकी मांगे मानना तो दूर इनसे बातचीत भी नहीं कर रही है
सरकार के इस रवैये से आशा कार्यकर्ताओं में असंतोष…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 17, 2023