Opposing Outsource Recruitment : मध्य प्रदेश में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के नियमित पदों को समाप्त कर आउटसोर्स से भरने की तैयारी का तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने विरोध किया है। आउटसोर्स को शोषण और भ्रष्टाचार की प्रथा बताते हुए उन्होने उसे पूर्व की तरह नियमित भर्ती की मांग की है। उन्होने कहा है कि अगर इन पदों पर आउटसोर्स से भर्ती की जाती है तो वो सड़कों पर उतरपर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों को आउटसोर्स से भरने की घोषणा करने के बाद आने वाले समय में तृतीय श्रेणी के रिक्त पदों पर भी आउटसोर्स के माध्यम से ही भर्ती की जाएगी।इस तरह की खबरों से कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होने आउटसोर्स को शोषण एवं भ्रष्टाचार की प्रथा बताया और कहा कि तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ इसका घोर विरोध करता है।
उन्होने चेतावनी दी है कि अगर सरकार द्वारा इस निर्णय को नहीं बदला गया तो पूरे प्रदेश में कर्मचारी आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे। उमाशंकर सिंह ने कहा कि एक तरफ मध्यप्रदेश शासन के नगरीय प्रशासन एवं भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह नगर निगम में आउटसोर्स प्रथा बंद करने की बात कर रहे हैं, वहीं सभी विभागों में आउटसोर्स से चतुर्थ श्रेणी और तृतीय श्रेणी के पद भरने की तैयारी की जा रही है। ये बात सरासर कर्मचारी विरोधी है और जहां भी ये प्रथा लागू है वहां कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। उन्होने इसपर तत्काल रोक लगाने की मांग की। तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अतुल मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष एसएस रजक, महामंत्री वीरेंद्र सिंह बघेल, उपाध्यक्ष विजय रघुवंशी, मोहम्मद सलीम, प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी व भोपाल जिले के अध्यक्ष मोहन अय्यर द्वारा इस निर्णय की निंदा करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान से मांग की गई है कि समस्त नियमित पद रिक्त होने पर पूर्व की तरह ही भरे जाएं।