भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में एक बार फिर से मौसम (weather) ने करवट ली है।जिसके बाद कहीं तेज तो कहीं झमाझम बारिश से ठंड बढ़ रही है। मौसम के अचानक बदलने से तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है। वहीं मौसम विभाग की माने तो पश्चिमोत्तर के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश के बीच प्रदेश में ठंड बढ़ेगी।
दरअसल रविवार को ग्वालियर (gwalior) में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। वहीं सेवढ़ा, सबलगढ़, दतिया और गुना में भी झमाझम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस मामले में मौसम विभाग की माने तो उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बारिश या बर्फबारी होने की वजह से हवा का रुख प्रदेश में दक्षिणी हो जाता। जिसके कारण हवा में नमी आती है और तापमान बढ़ने लगते हैं। दूसरी तरफ मौसम वैज्ञानिक एसएस पांडे ने कहा है कि प्रदेश में तीन-चार दिन के बाद उत्तरी हवा बर्फीली होने लगेगी। जिससे प्रदेश में ठंड बढ़ने के आसार है।
इधर भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक रविवार के बाद सोमवार को भी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं नवंबर के महीने में प्रदेश में हल्की सर्दी बनी रहेगी। प्रदेश में कड़ाके की ठंड की दस्तक दिसंबर से शुरू होगी। दिसंबर में बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि की संभावना भी जताई गई है।
Read More: Transfer: एमपी में पुलिस निरीक्षकों/उप-निरीक्षकों के तबादले, यहां देखें लिस्ट
कहां-कहां हुई बारिश
रविवार को प्रदेश के ग्वालियर में 58.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि सेवढ़ा में 30, सबलगढ़ में 24, दतिया में 1.4 और गुना में 2.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं मुरैना और ग्वालियर के कई इलाके में ओले भी गिरे हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रिकॉर्ड किए गए हैं। पूर्वोत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश के किसी जिले में दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन तीन-चार दिनों के अंदर हवा का रुख उत्तरी होने के बाद मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।वहीं भोपाल में रविवार रात न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री, इंदौर में 18.8 डिग्री, जबलपुर में 17.6 डिग्री, ग्वालियर में 17.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया