MP Weather Update Today : वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय ना होने के चलते मानसून शिथिल पड़ गया है और वातावरण में नमी की कमी के चलते वर्षा का दौर भी थमने लगा है। फिलहाल सितंबर के पहले सप्ताह तक मौसम के ऐसे ही बने रहने के आसार है। एक सप्ताह तक कहीं भी अच्छी वर्षा होने की उम्मीद नहीं है।हालांकि लोकल सिस्टम के चलते एक दर्जन जिलों में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
एक दर्जन जिलों में बूंदाबांदी
एमपी मौसम विभाग की मानें तो आज रविवार को मौसम खुला रहेगा, लेकिन लोकल सिस्टम के चलते कहीं बादल छाए रहेंगे तो कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।आज 27 अगस्त नर्मदापुरम, इंदौर, विदिशा, सीहोर, रायसेन, भोपाल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, दमोह और सिवनी में बूंदाबांदी हो सकती है। 4-5 दिन बाद रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। वही भोपाल, जबलपुर और उज्जैन में बादल छा सकते हैं, कहीं कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर और ग्वालियर में धूप छांव वाला मौसम बना रहेगा।
गरज के साथ बिजली, हवा की गति 45किमी प्रति घंटे
एमपी मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि विदिशा, राजगढ़, गुना में बिजली के साथ मध्यम गरज (हवा की गति 45 किमी प्रति घंटे) के साथ-साथ रायसेन , सांची, सीहोर, आगर, शाजापुर, भोपाल में हल्की गरज के साथ बिजली (30 किमी प्रति घंटे तक की हवा) होने की संभावना है। बैरागढ़_एपी, शिवपुरी, हरदा, नर्मदापुरम/पचमढ़ी, उजियान, बड़वानी, बालाघाट, छिंदवाड़ा और अशोकनगर जिले दोपहर के समय भी बूंदाबांदी के आसार है।
बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम निष्क्रिय
एमपी मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के निष्क्रिय होने से मानसून ट्रफ लाइन एक बार फिर से हिमालय की तराई में पहुंच गई है और राजस्थान की हवाओं ने भी वातावरण की नमी को खींच लिया है, ऐसे में पांच सितंबर तक नए वेदर सिस्टम के बनने के आसार कम है।हालांकि 31 अगस्त से दो सितंबर तक ग्वालियर चंबल अंचल में मानसून गतिविधियां फिर से प्रारंभ हो सकती हैं, लेकिन इस दौरान हल्की बारिश होने के ही आसार हैं।जबलपुर में भी एक हफ्ते तक ऐसा ही मौसम रहेगा, लेकिन अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
गौरतलब है कि अबतक 52 में से 15 जिलों में सामान्य से 40 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है, सिर्फ चार जिलों में ही सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। अबतक प्रदेश में औसत 25.99 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 28.62 इंच बारिश होना चाहिए यानि ओवरऑल बारिश का आंकड़ा 9% कम है। पूर्वी हिस्से में औसत से 6% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 12% कम बारिश हुई है।