प्रकृति की सुरक्षा के साथ ऊर्जा बचाने का संकल्प, राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने दिया ये संदेश

यह दिन हमें ऊर्जा की बचत और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि हम सभी मिलकर ऊर्जा का सही उपयोग करें ताकि प्राकृतिक संसाधनों को बचाया जा सके और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुखद भविष्य सुनिश्चित किया जा सके। छोटी-छोटी आदतें जैसे एलईडी बल्ब का इस्तेमाल और सौर ऊर्जा का उपयोग इस दिशा में मदद करती हैं।

Shruty Kushwaha
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National Energy Conservation Day

National Energy Conservation Day : आज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस है। हर साल 14 दिसंबर को ये दिन ऊर्जा की बचत और संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। आज का दिन ऊर्जा दक्षता और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तियों, उद्योगों और सरकारों को एकजुट होने का आह्वान करता है। यह वार्षिक आयोजन उम्मीदों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक है, जो टिकाऊ ऊर्जा तकनीकों को अपनाने के महत्व को बताया है।

सीएम डॉ मोहन यादव ने इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस जागरूक करता है कि बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु ऊर्जा संरक्षण हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए, साथ ही इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए। स्वच्छ पर्यावरण के साथ सुरक्षित भविष्य के निर्माण के ध्येय की प्राप्ति के लिए अपनी ऊर्जा जरूरतों को हरित ऊर्जा की ओर स्थानांतरित करें तथा इसके संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास करते रहें।’

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य ऊर्जा के संरक्षण और बचत के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। ऊर्जा संरक्षण न सिर्फ बिजली की बचत करना है, बल्कि पर्यावरण को सुरक्षित रखना और आने वाली पीढ़ियों के लिए संसाधनों का संरक्षण करना भी है। हर छोटे कदम जैसे एलईडी बल्ब का उपयोग, सौर ऊर्जा को अपनाना और गैर-जरूरी उपकरणों को बंद करना सतत विकास के प्रति हमारे योगदान को सुनिश्चित करता है।

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस हमें ऊर्जा के महत्व और इसे बचाने की जरूरत को समझाने के लिए मनाया जाता है। इसे 1991 में शुरू किया गया था और यह ऊर्जा मंत्रालय के तहत ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) द्वारा संचालित किImportance of energy efficiencyया जाता है। यह दिन भारत की ऊर्जा बचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा मानकों और लेबलिंग कार्यक्रम, ऊर्जा संरक्षण भवन कोड और उजाला योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से ऊर्जा बचत को बढ़ावा दिया जाता है।

उद्देश्य और महत्व

ऊर्जा संरक्षण का मुख्य उद्देश्य है अनावश्यक ऊर्जा के उपयोग को कम करना और ऐसे उपाय अपनाना जो ऊर्जा को कुशल तरीके से इस्तेमाल करने में हमारी मदद करें। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि अपनी रोजमर्रा की आदतों में ऊर्जा बचाने के तरीके अपनाएं। ऐसा करने से न सिर्फ भविष्य के लिए संसाधन बचेंगे, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान से बचाया जा सकेगा। इस दिन का मुख्य उद्देश्य ऊर्जा का विवेकपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना और प्राकृतिक संसाधनों की बचत करना तथा उद्योगों, व्यवसायों और आम जनता को ऊर्जा दक्षता तकनीकों और आदतों के बारे में शिक्षित करना है।

यह दिन लोगों को ऊर्जा बचाने और इसका सही तरीके से उपयोग करने के लिए प्रेरित करता है। यह बताता है कि अनावश्यक ऊर्जा उपयोग को कैसे रोका जाए और कुशल तकनीकों को कैसे अपनाया जाए। ऊर्जा का कुशल उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करता है, जिससे ग्लोबल वॉर्मिंग और पर्यावरण को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है।ऊर्जा बचत टिकाऊ विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने में मदद करता है। यह दिन सभी को याद दिलाता है कि ऊर्जा संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है और बेहतर भविष्य के लिए हम सभी को इस ओर ध्यान देना चाहिए।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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