भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। MP Board की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) का बड़ा बयान सामने आया है। शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि विद्यार्थियों (Student) की चहुमुँखी क्षमता को विकसित करने के लिए अब प्रत्येक सरकारी शालाओं (Government School) में प्रतिवर्ष वार्षिक उत्सव आयोजित किए जाएंगे। इसमें कला, संस्कृति, परम्पराओं पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी।
इतना ही नहीं मंगलवार को स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा आयोजित कार्यक्रम अनुगूंज के समापन समारोह में पहुंचे शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि अनुगूँज कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देने वाले प्रत्येक छात्र-छात्राओं को 5 हजार रूपए सम्मान निधि दी जाएगी और उन्हें मुख्यमंत्री निवास में पूरी टीम के साथ सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा (Education) में अध्ययन के साथ विद्यार्थियों की नैसर्गिक प्रतिभा का प्रगटीकरण भी होना चाहिये। नई शिक्षा नीति (New education policy) में इसका प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अनुगूंज बच्चों की छिपी प्रतिभा को उभारने का कार्यक्रम है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों की शिक्षा को बेहतर बनाया गया है। उन्होंने बच्चों का आव्हान किया कि वे शासकीय शालाओं में पढ़कर प्रदेश, देश और दुनिया में नाम रोशन करें। राज्य सरकार का प्रयास है कि बच्चे लिखाई-पढ़ाई में अव्वल तो रहे ही उनकी कला, साहित्य, गायन, संगीत, चित्रकला आदि क्षेत्रों के लिये अन्तर्निहित श्रेष्ठता उभरे।
नई शिक्षा नीति पर जोर, कई नई चीजें भी शामिल
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अध्ययन के साथ कला और खेलकूद के विकास को शामिल किया जा रहा है। कला, शिक्षा और संस्कृति के आपसी सामंजस्य से विद्यार्थियों को सीखने का अवसर मिलता है और उनमें उत्साह का संचार होता है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की नीति के अंतर्गत विभिन्न प्रांतों की संस्कृति से परिचित होने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति में अकादमिक कार्य के साथ अन्य गतिविधियों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया अनुगूंज कार्यक्रम में 11 विद्यालयों के 400 विद्यार्थी सम्मिलित हुये और अपनी कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश में शिक्षा का स्तर उत्कृष्ट हुआ है। उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग और मेडिकल(Engineering and Medical) क्षेत्रों में एडमिशन (Admission 2021) की राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं में राज्य के सरकारी स्कूलों के छात्र बड़ी संख्या में सफल हुये हैं।